इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर मसले को उठाते हुए इस पर बातचीत के लिए भारत को आमंत्रित किया है। पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त को इस बारे में एक चिट्ठी सौंपी है। पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया की ओर से ये जानकारी दी गई है।
नफीस जकारिया ने बताया कि भारतीय उच्चायुक्त को सौंपी चिट्ठी में जम्मू-कश्मीर के मसले को हल करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार भारत और पाक के बीच अंतरराष्ट्रीय बाध्यता का जिक्र किया गया है। पाकिस्तान ने यह कदम तब उठाया है जब दो दिनों पहले ही भारत ने सख्त लहजे में कहा था कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं की जाएगी और अगर बातचीत होती भी है तो वह आतंकवाद जैसे समकालीन और प्रासंगिक मुद्दों पर होगी।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावाले को बुलाकर उन्हें एक चिट्ठी सौंप गई है। इस चिट्ठी के जरिये कश्मीर पर बातचीत के लिए भारत को आमंत्रित किया गया।
उन्होंने कहा, ‘विदेश सचिव ने 15 अगस्त की दोपहर भारतीय उच्चायुक्त को बुलाया और उन्हें एक पत्र सौंपा जिसमें भारतीय विदेश सचिव को संबोधित किया गया है। इसमें भारतीय विदेश सचिव को पाकिस्तान आने और दोनों देशों के बीच विवाद की मूल जड़ जम्मू कश्मीर पर बात करने के लिए आमंत्रित किया गया है।’
बयान में कहा गया, ‘इस पत्र के जरिये भारत और पाकिस्तान के उस अंतरराष्ट्रीय दायित्व की बात की गई है कि दोनों देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अनुसार जम्मू कश्मीर विवाद का हल निकालें।’
आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि था कि उनका देश कश्मीर पर बात करने के लिए भारत को आमंत्रण भेजने की योजना बना रहा है। तब उन्होंने कहा था कि हमारे विदेश सचिव अपने भारतीय समकक्ष को इस बारे में औपचारिक रूप से पत्र लिखेंगे।