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पेट्रोल पम्पों पर कैशलेस ट्रांजेक्शन के वक्त रहें ALERT, चिप के बाद दूसरा ‘गेम’

भोपाल। फिलिंग स्टेशनों पर मशीनों में चिप लगाकर धोखाधड़ी करने की खबरों के बीच कैशलेस ट्रांजेक्शन के जरिये कंज्यूमर्स के साथ ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। अगर आप क्रेडिट या डेबिट कार्ड से पेमेंट कर रहे हैं, तो अलर्ट होने की जरूरत है। जानें कैसे हो रहा धोखाधड़ी का खेल…
पेट्रोल पम्पों पर कैशलेस ट्रांजेक्शन के वक्त रहें ALERT, चिप के बाद दूसरा 'गेम'
जानें पहले यह मामला…
-भोपाल के शाहपुरा स्थित बंसल हॉस्पिटल के पास राधे पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने गई तूलिका दुबे ने स्कूटी का टैंक फुल कराया। इसका बिल मांगा तो सेल्समैन ने कहा, मेन्युअल रसीद मिलेगी। पेमेंट के लिए क्रेडिट कार्ड दिया, तो सेल्समैन ने पंप की स्क्रीन पर दिख रही कीमत 130.38 पैसे की जगह 131 रुपए कार्ड स्वाइप मशीन में फीड किए, तो तूलिका ने विरोध किया। इस पर सेल्समैन ने अभद्र व्यवहार किया और क्रेडिट कार्ड से 130.38 तो काटे, लेकिन बिल नहीं दिया। इसके बाद उनसे कह दिया कि ऐसा ही करना है कि तो आइंदा यहां से पेट्रोल नहीं डलवाना।

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अब जानें कैसे धोखाधड़ी…
-यह सिर्फ भोपाल का एक उदाहरण है। आपके शहर में भी ऐसा न हो रहा है, संभावना कम है। दिन भर में सैकड़ों लोग इसी तरह पेट्रोप पंप संचालकों की मनमानी का शिकार हो रहे हैं। तकरीबन 80 फीसदी लोगों से औसत 70 पैसे प्रति उपभोक्ता तक ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं।
 
राउंड फिगर की आड़ में धोखाधड़ी
-एक ओर देश में सरकार कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए जोर दे रही है। लोगों को सलाह दी जा रही है कि भ्रष्टाचार को रोकने कार्ड से पेमेंट करें और रसीद अवश्य लें। दूसरी ओर, ऐसा करने वाले लोगों की जेब पर चपत पड़ रही है। कार्ड से पेमेंट करने पर राउंड फिगर में राशि वसूल कर उपभोक्ता को ठगा जा रहा है।
-मप्र पेट्रोल पंप आनर्स एसोसिएशन के अजय सिंह ने बताया कि यदि कोई पंप संचालक पैसों को राउंड फिगर में करने की कोशिश करता है, तो वह गलत है। ऐसे करने वाले पंप संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में एसोसिएशन दिशा निर्देश जारी कर रहा है।
 
कर सकते हैं शिकायत
-कंज्यूमर फोरम के सदस्य सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि पेट्रोल पंप पर क्रेडिट और डेबिट कार्ड से पेमेंट करने वालों से अधिक राशि वसूलने की शिकायतें आई है। उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों में पेट्रोल पंप संचालकों को नोटिस भेजा जा रहा है। यदि कोई ऐसा करता है तो उपभोक्ता फोरम में शिकायत कर सकते हैं।
 
पेट्रोल पंपों पर मिलता है तर्क…
-पैसों की चोरी से बचने के लिए कुछ उपभोक्ता राउंड फिगर में राशि पहले सेट करने को कहते हैं, तो उन्हें बार-बार पेट्रोल की तय मात्रा लेने पर जोर दिया जाता है।
 
-बिल में आई राशि की सटीक एंट्री करने का कहो तो जवाब मिलता है कि पेट्रोल पंप मालिक को हिसाब देना पड़ता है। ऐसे में पाइंट में बनने वाले पैसों का हिसाब देने में दिक्कत होती है।
-कैशलेस ट्रांजेक्शन के बाद रसीद मांगने पर अकसर कह देते हैं कि प्रिंटिंग पेपर रोल खत्म हो गया है, कहीं मेन्युअली बिल बना कर दे रहे हैं। ​
कुछ अन्य मामले
क्रेडिट कार्ड दिया तो 360 रुपए वसूल लिए
रूपेश कुमार ने 2 मई को फिलमोर सर्विस सेंटर से 4.74 लीटर पेट्रोल डलवाया। जिसका अमाउंट बना 359.62 रुपए । उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड से बिल का भुगतान किया तो फिलमोर सेंटर पर सेल्समैन ने क्रेडिट कार्ड से 359.62 रुपए की जगह 360 रुपए वसूले।
 
मैनेजर से शिकायत की लेकिन नहीं लिया एक्शन
दीपांश ने प्रगति पेट्रोल पंप से एक्टिवा गाड़ी में पेट्रोल भरवाया। बिल बना 369.80 रुपए । उन्होंने जब कैशलेस ट्रांजेक्शन किया तो सेल्समैन ने पूरे 370 रुपए वसूले। उन्होंने इसकी शिकायत पंप के मैनेजर से की। मैनेजर ने आगे से गलती न होने का वादा करते हुए मामला रफा-दफा कर दिया।

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