अद्धयात्म

प्यार सच्चा हो तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने की कोशिश करती है

एक 14 साल के लडके को अपनी ही कलास कि एक लडकी से प्यार हो गया। जिसकी उम्र 10 साल कि थी जो बहुत अमीर और खुबशुरत थी। वह लडका अपने प्यार का इजहार करना चाहता था, पर उसे अपनी गरीबी के अहसास ने कभी उस लडकी से अपने प्यार का इजहार करने न दिया। स्कुल का आखिरी दिन आ गया,लड़का अपने घर से स्कूल आ रहा था। तभी उसे रास्ते मे उसी लड़की की फोटो मिली। लड़का बहुत खुश हुआ, और उसे अपने प्यार की आखिरी निशानी समझ कर रख लिया। समय बीतता गया लड़का बड़ा होकर उस लड़की को जिंदगी भर तलासता रहा पर वो ना मिली।

कुछ दिनो बाद लड़के की शादी एक खूबसूरत लड़की से हो गयी। लेकिन वो आज भी उस लड़की से प्यार करता था। एक दिन वो उसी लड़की की फोटो देख रहा था तो उसकी पत्नी ने पुछा कि ये कौन है और आपको कहां से मिली? लड़के ने कहा कि तुम इसे जानती हो? लड़की ने कहा ये मेरी बचपन की फोटो है। मै एक लड़के से प्यार करती थी और उसे देने जा रही थी पर रास्ते मे खो गयी थी। शायद भगवान को मेरा प्यार मंजूर ना था।

लड़के ने उस लड़के का नाम पूछा और कहा कि तुम आज भी उससे प्यार करती हो? लड़की ने नाम बताया और कहा मै उसके सिवाय और किसी से प्यार नही करती। लड़के ने नाम सुना और रोते हुये अपनी बचपन की फोटो दिखायी और कहा कि क्या ये ही वो लड़का हैँ। लड़की ने कहा हां तो क्या आप ही वो? दोनो अपनी- अपनी किस्मत पे रोकर खुश होते है कि उन्हे अपना प्यार मिल गया। भावार्थ : अगर प्यार सच्चा हो तो खुदा को भी उसे मिलाना पड़ता है..!

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