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प्रदुषण की वजह से हर साल 17 लाख बच्चों की अकाल मृत्यु

नई दिल्ली, (ईएमएस)। दुनिया में करीब 17 लाख बच्चे सिर्फ प्रदुषण के चलते हर वर्ष अकाल मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी एक रिपोर्ट में इन मौतों की वजह खराब पानी, सफाई की कमी और खराब स्वास्थ्य सेवाएं इनका सबसे बड़ा कारण है। वजहों में बच्चों को लगी चोट भी एक बड़ा कारण है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक पांच वर्ष के बच्चों में चार में से एक की मौत का कारण यही होता है। प्रदुषित वातावरण बड़े बच्चों की मौत में भी अहम भूमिका निभाता है।

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के संचालक जनरल मार्गेट चेन के अनुसार कम उम्र में बच्चों के ऑर्गेन और उनका आंतरिक संरचना प्रदुषित वातावरण से काफी प्रभावित होती है। घर के अंदर और बाहर फैला वायु प्रदुषण इसका सबसे बड़ा कारण है। रिपोर्ट में स्मोकिंग को भी एक बड़ी वजह माना गया है। रिपोर्ट छोटे बच्चों में निमोनिया होने का खतरा काफी होता है।

वातावरण में मौजूद धूल और धुएं से बच्चों में अस्थमा और सांस की बीमारी का खतरा भी काफी होता है। जो उनके जीवन के लिए काफी खतरनाक होता है। इस रिपोर्ट में बढ़ते दिल के खतरे के प्रति भी आगाह किया गया है। रिपोर्ट कहा गया है कि स्ट्रोक और कैंसर के पीछे भी बड़ी वजह वायु प्रदुषण है। डब्ल्यूएचओ की इस रिपोर्ट में डायरिया, मलेरिया और निमोनिया का उल्लेख करते हुए कहा है कि इन सभी से बच्चे को बचाने के लिए यह जरूरी है कि मच्छरदानी समेत अपने आसपास गंदगी फैलाने से रोका जाएं।

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