राष्ट्रीय

प्रसव को आई महिला, डॉक्टर बोले, गर्भवती नहीं

woman-pregnant-5697191e7ead5_lमध्य प्रदेश के सोहागपुर सरकारी अस्पताल से सिजेरियन प्रसव के लिए रैफर होकर जिला अस्पताल आई महिला को डॉक्टरों ने गर्भवती होने से ही इनकार कर दिया। इधर गर्भवती ने अस्पताल प्रबंधन पर प्रसव के बाद बच्चा गायब करने का आरोप लगाया है। 
 
नाटकीय घटनाक्रम के बाद अस्पताल प्रशासन ने पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं। परिजन का विरोध बढ़ता देख डिप्टी कलेक्टर राजेश राठौर भी बुधवार रात को अस्पताल पहुंचे और संबंधित पक्षों से पूछताछ की। 
 
प्रसूता के पति सोहागपुर निवासी राधेलाल सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी भगवतीबाई को सोहागपुर सरकारी अस्पताल से गर्भ में बच्चा उल्टा होने और अधिक रक्तस्राव के कारण मंगलवार देर रात जिला अस्पताल में रैफर किया गया। सोहागपुर से जननी एक्सप्रेस से जिला अस्पताल आई। रात को दो बजे उसे प्रसव के लिए डॉक्टर्स लेबर रूम में ले गए। परिजनों को बिना बताए उसे सुबह वार्ड में भेज दिया गया। 
 
सुबह भगवती बाई ने आरोप लगाया कि उसे सुबह चार बजे प्रसव हुआ लेकिन बार-बार पूछने के बाद भी उसे बच्चा नहीं दिया गया। इधर लेबर रूम की डॉक्टर (तत्कालीन ड्यूटी डॉक्टर) डॉ. जैसमीन डेविस ने बताया कि उसे अधिक रक्तस्राव के कारण उसे लेबर रूम में रखा गया था। 
 
स्थिति नियंत्रण में आई तो उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। उसके पेट में कोई बच्चा नहीं था। बच्चा नहीं होने की जानकारी के बाद बुधवार दोपहर को परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसकी शिकायत अस्पताल प्रबंधन से की। 

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