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बजरंगी भाईजान ने अर्जुन कपूर को बनाया इश्कजादे, बिना पिता के सहारे बनाई पहचान

phpThumb_generated_thumbnail (32)दस्तक टाइम्स एजेंसी/ इश्कजादे का पहला पोस्टर आया नहीं कि बॉलीवुड में एंट्री लेते ही बतौर युवा अभिनेता अर्जुन कपूर चर्चा में आ गए थे। इस फिल्म से ही इस 30 वर्षीय अभिनेता ने एक्टिंग के फील्ड में अपने झंडे गाढ़ दिए थे। इस फिल्म में बतौर न्यूकमर शानदार परफॉरमेंस को देखते हुए बेस्ट डेब्यू फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया। गुंडे, 2 स्टेट्स और तेवर फिल्मों से उन्हें एक नई पहचान मिली। अब वे अपनी आने वाली फिल्म की एंड का को

सलमान है मेंटर – बचपन से फिल्मी माहौल मिलने से उनका इस इंडस्ट्री के प्रति रुझान रहा। दरअसल वे निर्देशक बनना चाहते थे, लेकिन वे एक्टर बन गए। वजह थे सलमान खान। गौरतलब है कि अर्जुन कपूर सलमान के जबरदस्त फैन हैं और उन्हें अपना मेंटर मानते हैं। उनका कहना है कि- मैं निर्देशक बनना चाहता था। असिस्टेंट डायरेक्टर बन कल हो ना हो, सलाम-ए-इश्क जैसी फिल्में की। इस दौरान उनकी सलमान खान से मुलाकात हुई और उन्होंने कहा कि तुम हीरो क्यों नहीं बनते? उनके इस विश्वास को देखते हुए हीरो बनने का फैसला लिया।

नहीं लिया पिता के नाम का सहारा – निर्माता-निर्देशक बोनी कपूर के बेटे और मशहूर फिल्ममेकर दादाजी सुरिंदर कपूर के पोते होने के बावजूद अर्जुन ने अपने दम पर अपनी पहचान बनाई। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत अपने पिता के बैनर से नहीं की। उनका कहना है कि उनके पिता को गर्व है कि उनके बिना सहारे अर्जुन कपूर दर्शकों के बीच अपनी छाप छोड़ सका। आज उन्होंने बॉलीवुड में जो कुछ पाया है अपनी मेहनत और लगन के बलबूते पर पाया है। चाचा अनिल कपूर के नाम का भी लेकर खासे उत्साहित हैं।

अर्जुन ने सहारा नहीं लिया। बस उनसे यह सीखा कि एक्टिंग हो या कोई दूसरा काम जान लगा देना, तभी सफलता मिलेगी। अर्जुन कपूर इसी बात को याद रखते हुए अपनी हर फिल्म में एक्टिंग करते हैं और उनकी प्रशंसा होती है।

परदे पर आने से पहले समझा सिनेमा – बतौर सहायक निर्देशक यशराज कैंप के साथ जुड़े। उनका कहना है कि सिनेमा को उन्होंने वहीं से सीखा। अर्जुन कपूर का कहना है कि वह लोगों की उम्मीदों

पर खरे उतरेंगे और अपने किरदारों के साथ नए प्रयोग करेंगे।

एक ऐसा अभिनेता बनने की ख्वाहिश, जो सब कर सके

वे खुद को एक बेहतरीन अभिनेता के रूप में देखना चाहते हैं। उनका कहना है कि दर्शकों को यह फर्क नहीं पड़ता कि आप किसके बेटे या बेटी हैं। उनकी प्रशंसा तो बेजोड़ अभिनय कर बटोरी जा सकती है, जो मैंने पहली फिल्म से ही बटोरी।

ये है उनका फिल्मी करियर – इश्कजादे, औरंगजेब, गुंडे, 2 स्टेट्स, फाइडिंग फैनी, तेवर आदि फिल्मों में अर्जुन कपूर ने काम किया है। भले ही फिल्म औरंगजेब बॉक्स ऑफिस पर कुछ

खास कमाल नहीं दिखा पाई। हालांकि फिल्म में अर्जुन का रोल दमदार था। वे छोटे पर्दे से भी जुड़े। अर्जुन कपूर ने रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी – कभी पीड़ा, कभी कीड़ा के जरिए छोटे पर्दे पर कदम रखा। उनका कहना है कि लोग टीवी पर मेरा काम पसंद कर सकते हैं और भविष्य में मेरी फिल्में भी पसंद करेंगे। इसके बाद मेरी फिल्में ज्यादातर लोग देख सकते हैं, इसलिए टीवी से जुडऩा मेरा स्वार्थ है।

 

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