संभल : बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमउद्दीन सिद्दीकी के संभल आगमन पर जिला मुख्यालय संघर्ष समिति के लोगों ने कड़ा विरोध जताया। बाहों पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की गई। कहा कि बसपा ने जो दुख दिए, उन्हें संभल की जनता कभी नहीं भुला सकती क्योंकि जिले का मुख्यालय संभल में स्थापित न होने के कारण संभलवासी परेशान हैं। सोमवार को जिला मुख्यालय संघर्ष समिति से जुड़े लोग इकट्ठा होकर शंकर कालेज चौराहे पर पहुंचे। लोग बाहों पर काली पट्टी बांधे हुए थे। चौराहे पर समिति के लोगों ने बसपा नेता नसीमउद्दीन सिद्दीकी के संभल आगमन का विरोध किया। कहा कि 28 सितंबर 2011 को बसपा ने ही संभलवासियों के साथ अन्याय किया था, वह मंजर आज भी याद है। जिला मुख्यालय न बनने के कारण संभल का विकास ठहरा हुआ है। अगर यहां मुख्यालय स्थापित हो जाता तो चारों ओर विकास होता। कहा कि संभल के दुश्मनों का समिति के लोग विरोध करते रहेंगे। हकूके इंसानी सोसाइटी के अध्यक्ष मौलाना सलीम अशरफ ने भी समिति का समर्थन किया। इस दौरान डा. जफरउल्ला शेरवानी, डा. नाजिम, सफदर अल्वी, कमाल फारुकी, अकमल, शारिक, जमीलउर्रहमान, शाह मुहम्मद, भूरा अल्वी, महावीर यादव, सौरव त्यागी, कैलाश सिंह, चौधरी वसीम, डा. परवेज, यासीन अंसारी, फारुक जमाल, इलियास खां, अहसान आदि रहे।