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बेटियों के लिए सेना में जाने का सुनहरा मौका, तैयार रहें

देशसेवा का जज्बा रखने वाली बेटियों के लिए सेना में शामिल होने का सुनहरा मौका है। 567 पदों पर भर्ती होने वाली है तो अभी से तैयारी में जुट जाइए।

बेटियों के लिए सेना में जाने का सुनहरा मौका, तैयार रहेंपाकिस्तान और बांग्लादेश बार्डर की सुरक्षा में जुटी बीएसएफ (बार्डर सिक्योरिटी फोर्स) की महिला विंग अब और मजबूत होगी। 567 और बेटियां बीएसएफ में शामिल होकर सरहद सुरक्षा की कमान संभालेंगी। बीएसएफ ने इन 567 बेटियों की नियुक्ति प्रक्रिया की जरूरी औपचारिकताएं अप्रैल 2017 तक निपटा ली थी। लेकिन नियुक्ति के बाद अभी ये महिला जवान बीएसएफ की वेस्टर्न कमांड के अंतर्गत पंजाब में 44 हफ्ते की हार्ड ट्रेनिंग ले रही हैं।

ट्रेनिंग के बाद इन महिला जवानों को सरहदों पर तैनाती दी जाएगी। इन महिला जवानों को मोर्टार,  इनसास राइफल, पिस्टल व अन्य हथियार चलाना सिखाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बीएसएफ में लगभग दस साल पहले ही महिला जवानों की रिक्रूटमेंट प्रक्रिया शुरू की गई थी और आज महिला जवानों की संख्या तीन हजार के करीब है। लेकिन अब बीएसएफ की महिला विंग में और जवानों का इजाफा होने वाला है।

कश्मीर से गुजरात तक सीमाओं पर तैनात है महिला जवान
जम्मू एवं कश्मीर से लेकर गुजरात तक 2663 कि.मी. पाकिस्तान बार्डर पर बीएसएफ तैनात है। इसमें 285 कि.मी. लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) भी शामिल है। यहां पुरुष जवानों के साथ-साथ महिला जवान भी तैनात हैं। पंजाब, राजस्थान व गुजरात के मैदानी इलाकों के साथ-साथ कश्मीर के कुछ संवेदनशील बार्डर एरिया पर भी बीएसएफ की महिला जवान आज पूरे जज्बे से ड्यूटी कर रही हैं। अब बीएसएफ में नई शामिल होने वाली 567 और महिला जवानों को पाकिस्तान बार्डर पर ही नियुक्ति दी जाएगी।

 
महिला होने के नाते ड्यूटी में कोई ढील नहीं
धीरे-धीरे बीएसएफ की महिला विंग भले ही मजबूत हो रही है, लेकिन महिला होने के नाते महिला जवानों की ड्यूटी में किसी प्रकार की ढील नहीं रहेगी। बीएसएफ सूत्रों के अनुसार बीएसएफ की सभी बटालियन को निर्देश है कि बीएसएफ की महिला जवान उसी प्रकार और उन्ही परिस्थितियों में हार्ड ड्यूटी करेंगी, जिस तरह से पुरुष जवान अपनी ड्यूटी करते हैं।

 
सुरक्षा, सुविधाओं का रहेगा खास ख्याल
सभी बीएसएफ बटालियन के आला अफसरों को ये भी निर्देश दिए गए हैं कि बीएसएफ में तैनात महिला जवानों की सुरक्षा व सुविधाओं के लिए खास ख्याल रखा जाए। उनके लिए अलग बैरकें, अलग कैंप, अलग चैंजिंग रूम, अलग टॉयलट्स, अलग मैस इत्यादि की व्यवस्था करने के निर्देश हैं। बीएसएफ वेस्टर्न कमांड के आईजी अभिनव कुमार कहते हैं कि बीएसएफ में महिला जवान की नियुक्तियां गर्व की बात है।

 

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