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बैंकों का एनपीए बढ़कर 2.63 लाख करोड़ रुपये हुआ

RBI logoमुंबई। देश के सभी बैंकों की गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) इस वर्ष मार्च के अंत तक बढ़कर 263015 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि इस दौरान 74 लाख 64 हजार 871 खाताधारकों के पास से दो लाख 63 हजार 15 करोड़ रुपये के ऋण की वसूली नहीं हो पाई है। सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता ओम प्रकाश शर्मा द्वारा विभिन्न विषयों पर दायर की गई 5000 आरटीआई के जवाब में आरबीआई ने ये जानकारी दी है। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार एनपीए में लगातार बढ़ोतरी का रुख बना हुआ है। मार्च 2010 में सभी बैंकों का एनीपीए 59924 करोड़ रुपये, मार्च 2०11 में 74664 करोड़ रुपये, मार्च 2012 में एक लाख 17हजार 262 करोड़ रुपये और मार्च 2013 में एक लाख 64 हजार 462 करोड़ रुपये रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2014 तक 12 लाख 42 हजार 249 खाताधारकों द्वारा ऋण का भुगतान नहीं करने से निजी क्षेत्र के बैंकों की गैर निष्पादित परिसंपत्ति 24184 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है जबकि 70768 खाताधारकों से भुगतान लंबित होने की वजह से विदेशी बैंको का एनपीए 11568 करोड़ रुपये हो गया है। एजेंसी

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