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बोर्ड एग्जाम : मार्कशीट के साथ पाइए 1 लाख का नकद इनाम

22_kiep_class_ten_509940f-300x194बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं में टॉप-10 में अपनी जगह बनाने वाले स्टूडेंट्स को एक लाख रूपए की नकद राशि इनाम के तौर पर दी जाएगी। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दसलेहड़ा और तलाई के बच्चों के लिए यह अच्छी खबर है। अमेरिका में इंजिनियर जगदीश चंद ने यह सराहनीय पहल शुरू किया है।

स्टूडेंट्स को मिलेगा 1 लाख रुपए का इनाम

जगदीश चंद ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई इन्हीं स्कूलों से की है। अमेरिका में रहने के बावजूद वह अपने गांव को नहीं भूले हैं। यहां पढ़ने वाले बच्चों में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए उन्होंने यह सराहनीय कदम उठाया है। इस बारे में जगदीश ने बाकायदा स्कूल के प्रधानाचार्य को लिखित पत्र भेजकर यह जानकारी दी है। इसके तहत अगर परीक्षा में एक से अधिक बच्चे प्रथम दस स्थान में आते हैं, तो उनमें एक लाख रुपये की राशि बराबर बांटी जाएंगी।

सब्जेक्ट्स में ज्यादा मार्क्स लाने पर भी इनाम

यही नहीं, जिसी भी विषय में बच्चे अधिक नंबर लाएंगे, उन्हें भी 25 हजार रुपए इनाम के तौर पर दिए जाएंगे। अगर किसी छात्र को एक से अधिक विषयों में अंक बराबर होंगे, तो अध्यापकों को भी 25 हजार बराबर हिस्सों में बांटे जाएंगे। ग्राम पंचायत झबोला निवासी कंप्यूटर इंजीनियर जगदीश चंद सुपुत्र नंदलाल वर्तमान में अमेरिका में इंजीनियर हैं।

इसकी पुष्टि दसलेहड़ा स्कूल के प्रधानाचार्य प्रेमचंद भारद्वाज ने की है। उन्हें इस बारे में लिखित पत्र स्कूल के नाम पर प्राप्त हुआ है। जगदीश चंद अपने देश और गांव के प्यार को नहीं भूल पाए हैं। इसके चलते उन्होंने ‘मेरे गांव का सपना’ नाम से गांव के दो सरकारी स्कूलों के बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करने का बीड़ा उठाया है। यह प्रतिस्पर्धा इस वर्ष से शुरू की जा रही है।

हर साल करवाते हैं प्रतिस्पर्धा

जगदीश चंद इससे पहले भी दसलेहड़ा स्कूल में अपने पिता नंदलाल के नाम पर एक प्रतिस्पर्धा आयोजित करवाते हैं। इसका आयोजन हर वर्ष 25 जनवरी को होता है। यह प्रतिस्पर्धा अंग्रेजी विषय पर होती है। दसलेहड़ा स्कूल के प्रधानाचार्य प्रेमचंद भारद्वाज ने बताया कि उम्मीद है कि इस शुरुआत से सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ेगी, वहीं प्रतिस्पर्धा की भावना भी विकसित होगी।

 

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