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ब्रिटेन: बोरिस जॉनसन ने भारतीय मूल की प्रीति पटेल को बनाया गया नया गृह मंत्री

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बुधवार की शाम डाउनिंग स्ट्रीट में कार्यभार संभालने के बाद कुछ प्रमुख पदों की घोषणा के साथ अपनी शीर्ष टीम का अनावरण करना शुरू कर दिया है। कैबिनेट में जिसे पहले से ही ब्रिटिश इतिहास में सबसे विविधता के रूप में देखा जा रहा था उसमें भारतीय मूल की प्रीति पटेल और पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविद को जगह मिली है। प्रीति पटेल को गृह मंत्री बनाया गया है। वहीं गृह विभाग से जुड़े रहे साजिद को नया चांसलर नियुक्त किया है।

बता दें कि यूरोपीय संघ से अलग होने के मुद्दे पर जारी राजनीतिक अनिश्चितता के बीच बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को कंजर्वेटिव पार्टी की नेतृत्व दौड़ में बाजी मार ली और वह देश के नए प्रधानमंत्री चुन लिए गए। यह पहले से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि पूर्व विदेश मंत्री एवं लंदन के पूर्व मेयर जॉनसन 10 डाउनिंग स्ट्रीट की लड़ाई में विदेश मंत्री जेरेमी हंट को हरा देंगे।

पार्टी के नेतृत्व और प्रधानमंत्री पद की दौड़ पिछले महीने तब शुरू हुई थी जब ब्रेग्जिट मुद्दे पर कंजर्वेटिव पार्टी में बढ़ती बगावत के चलते टेरेसा मे ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। परिणाम की घोषणा के तुरंत बाद संसद भवन के पास क्वीन एलिजाबेथ ।। सेंटर में टोरी पार्टी के सदस्यों को संबोधित करते हुए 55 वर्षीय जॉनसन ने कहा कि मंत्र ब्रेग्जिट को संभव कर दिखाने, देश को एकजुट करने और जेरेमी कोरबिन (लेबर नेता) को हराने का है। उन्होंने कहा कि मैं आपकी विश्वास बहाली के लिए काम करूंगा। काम अब शुरू होता है।

प्रीति पटेल ने नेतृत्व संबंधी चुनाव परिणाम के संदर्भ में कहा कि कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री के रूप में बोरिस जॉनसन के मिलने से देश के पास एक ऐसा नेता होगा जो ब्रिटेन में विश्वास करता है। वह देश के भविष्य के लिए नया दृष्टिकोण पेश करेंगे और आगे बढ़ने का खाका तैयार करेंगे और ब्रिटेन को एक ऐसा देश बनाने के लिए काम करेंगे जो विश्व में भारत जैसे हमारे मित्रों और सहयोगियों के साथ संबंधों को दोबारा स्थापित करे।

जॉनसन और हंट दोनों ने पार्टी के भारतीय समुदाय तक पहुंच के लिए विशेष प्रयास किए। हंट ने जहां यह कहा था कि प्रधानमंत्री बनने पर वह ब्रेग्जिट के बाद भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर काम करेंगे, वहीं जॉनसन ने कहा था कि अगर वह प्रधानमंत्री निर्वाचित होते हैं तो भारत के साथ नवीन और उन्नत व्यापार संबंध स्थापित करेंगे।

लंदन के पूर्व मेयर जॉनसन के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मजबूत निजी संबंध रहे हैं। वह अलग हो चुकी अपनी पत्नी मैरिना व्हीलर की मां के भारतीय होने के कारण विगत में खुद को भारत का दामाद करार दे चुके हैं। चांसलर फिलिप हैमंड और न्याय मंत्री डेविड गाउके सहित कई कैबिनेट मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि वे ब्रेग्जिट की 31 अक्टूबर की समयसीमा पर जॉनसन के करो या मरो संकल्प की वजह से उनके अधीन काम करने की जगह इस्तीफा देना पसंद करेंगे।

विदेश कार्यालय मंत्री एलन डंकन परिणाम घोषित होने से पूर्व ही जॉनसन की ब्रेग्जिट रणनीति के विरोध में पहले-पहल इस्तीफा देने वालों में शुमार हो गए। शिक्षा विभाग से संबंधित मंत्री एने मिल्टन ने भी परिणाम घोषित होने से पहले मे को अपना इस्तीफा भेज दिया। एक महीने तक चले नेतृत्व संबंधी अभियान के दौरान जॉनसन की रंगीनमिजाजी वाली निजी जिंदगी को लेकर भी खूब बातें हुईं। ब्रिटिश मीडिया कयासबाजी में लगी है कि जॉनसन की महिला मित्र कैरी सिमोंड्स 10 डाउनिंग स्ट्रीट में प्रधानमंत्री के साथ होंगी या नहीं।

उधर टेरेसा मे ने मंगलवार को डाउनिंग स्ट्रीट में अपनी अंतिम कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की। अब वह हाउस ऑफ कॉमन्स में प्रधानमंत्री संबंधी अंतिम चर्चा में शामिल होंगी। उसके बाद वह महारानी को अपना इस्तीफा सौंपने बकिंघम पैलेस जाएंगी। इसके बाद 93 वर्षीय महारानी नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री जॉनसन को सरकार के गठन का आमंत्रण देंगी। इसके बाद जॉनसन प्रधानमंत्री के रूप में डाउनिंग स्ट्रीट में अपना पहला संबोधन देंगे।

नए प्रधानमंत्री बृहस्पतिवार की सुबह अपनी पहली कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसके बाद ब्रिटिश संसद की गर्मी की छुट्टियां शुरू हो जाएंगी जो सितंबर के शुरू तक रहेंगी।

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