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भारती ने सबूत से छेड़छाड़ के आरोप को ‘भूल’ बताया

kannनई दिल्ली । दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती ने मंगलवार को एक वर्ष पहले सीबीआई अदालत के उस आदेश को ‘भूल’ करार दिया जिसमें अदालत ने उन्हें सबूत के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया गया था। इस खबर के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने जहां भारती से इस्तीफा देने की मांग की है वहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को बाहर से समर्थन दे रही कांग्रेस ने उनकी सफाई पर सवाल उठाते हुए सरकार बने रहने पर सवाल खड़ा किया है। भारती ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा ‘‘न्यायाधीश ने भ्रमवश इसे सबूत के साथ छेड़छाड़ कह दिया।’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि वे मामले में ‘सबूत को मजबूत’ बना रहे थे। उन्होंने कहा ‘‘यह मामला स्टेट बैंक ऑफ मैसूर में हुए 116 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़ा है। मेरे पास भी आडियो क्लिप मौजूद है जिसे मैंने एक सबूत के तौर पर दिया है। चूंकि मैं भी सबूत जुटाने के काम से जुड़ा था इसलिए मैं सबूत के साथ छेड़खानी का आरोपी बनाया गया।’’ उन्होंने आगे कहा ‘‘मुझे सबूतों के साथ छेड़छाड़ का आरोपी बताए जाने संबंधी रिपोर्ट पूरी तरह झूठ है और मैं यह नहीं समझ पाता कि मुझसे तथ्यों की पुष्टि किए बगैर उन्हें (रिपोर्टर) खबर चलाने की इतनी जल्दबाजी क्यों थी क्योंकि यह मामला अगस्त 2०13 से जुड़ा है।’’ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मंत्री का बचाव करते हुए कहा कि सबूत के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई। मीडिया में आई खबरों के अनुसार केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारती पर अभियोजन पक्ष के गवाह को फोन कर प्रभावित करने का आरोप लगा था। विशेष न्यायाधीश पूनम ए. बंबा ने उन्हें और भ्रष्टाचार के आरोप का सामना कर रहे उनके मुवक्किल पवन कुमार को फटकार लगाई थी। भाजपा ने इस विवाद में कूदते हुए मंगलवार को सोमनाथ भारती से इस्तीफे की मांग की। पार्टी की दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विजय गोयल ने यहां पत्रकारों से कहा कि आप ईमानदारी की बात तो करती है लेकिन उन्हीं के एक मंत्री भ्रष्टाचार के एक आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा ‘‘हम उनके (सोमनाथ) इस्तीफे की मांग करते हैं तथा इस मामले ने ‘आप’ का सच सबके सामने उजागर कर दिया है।’’ उधर आप की सरकार को बाहर से समर्थन दे रही कांग्रेस ने भी पिछले वर्ष सबूत के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाने वाले सीबीआई के न्यायाधीश को ‘भ्रमवश’ करार देने के बाद भारती के सरकार में बने रहने पर सवाल खड़ा किया। कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा ‘‘देश की जनता न्यायपालिका का सम्मान करती है। हमारी न्यायपालिका स्वतंत्र है और उसपर सवाल उठाने से ज्यादा गंभीर और कोई बात नहीं हो सकती।’’ उन्होंने आगे कहा ‘‘जब कानून के जैसा विभाग एक ऐसे व्यक्ति के हाथ में हो जो कानून तोड़ने का आरोपी हो तो यह चिंता का विषय है।’’
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री ने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार में यदि कोई मंत्री इस तरह से आरोपी होता तो उसे इस्तीफा देना पड़ता।

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