ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में चल रहे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया जीत से छह विकेट दूर है। यदि टीम इंडिया को यह मुकाबले अपने नाम करना है तो उसे हर हाल में आखिरी दिन छह विकेट चटकाने होंगे, जो कि काफी आसान काम लग रहा है। मैच में लगातार जारी खराब अंपायरिंग के बावजूद टीम इंडिया की स्थिति मजबूत बनी हुई है।
बता दें कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में चल रहे पहले टेस्ट में खराब अंपायरिंग देखने को मिली। अंपायर नाइजल लॉन्ग के अंपायरिंग की हर कोई आलोचना कर रहा है। चौथे दिन भी नाइजल लॉन्ग के डिसीजन पर कई सवाल खड़े हुए। इससे पहले तीसरे दिन के खेल में भी नाइजल ने एक नहीं, बल्कि दो बार गलतियां की थीं।
नाइजन ने टीम इंडिया के इनफॉर्म बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को दो बार आउट दिया। हालांकि मैच में मिले रिव्यू से पुजारा बच गए। ऐसा एक नहीं बल्कि दो बार हुआ। भारत की बल्लेबाजी के दौरान 23.5 ओवर में नाथन लायन की गेंद पर अंपायर लॉन्ग ने चेतेश्वर पुजारा को विकेट के पीछे आउट करार दिया था।
इसके बाद पुजारा ने डीआरएस लिया तो वह नॉट आउट निकले। मैदान पर मौजूद अंपायर को तुरंत अपना फैसला बदलना पड़ा। नाथन लियोन के 39वें ओवर की एक गेंद पर अंपायर लॉन्ग ने फिर चेतेश्वर पुजारा को एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया लेकिन फिर से पुजारा ने रिव्यू लिया तो गेंद स्टंप मिस करती हुई दिखा और लॉन्ग को अपना फैसला बदलना पड़ा।
खराब अंपायरिंग का यह दौर यहीं नहीं खत्म हुआ। खेल के चौथे दिन जब पुजारा और रहाणे बल्लेबाजी के लिए उतरे तो दौरान नाथन लायन की एक गेंद पर अंपायर नाइजल लॉन्ग ने रहाणे को कैच आउट दे दिया। इस पर रहाणे ने जब डीआरएस लिया तो नॉटआउट करार दिए गए।
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में जब एरॉन फिंच और मार्कस हैरिस की जोड़ी भारत के 323 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो इशांत शर्मा की पहली ही गेंद पर अंपायर कुमार धर्मसेना ने एरॉन फिंच को एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया। इसके बाद फिंच द्वारा लिए गए रिव्यू में पता चला कि ईशांत की वह गेंद नो बॉल थी।