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मध्य प्रदेश में अगस्त में खोले जा सकते हैं कॉलेज, कोरोना का टीका लगवाने वालों को ही मिलेगा कक्षा में प्रवेश

भोपाल। मध्य प्रदेश में कॉलेजों को अगस्त से खोला जा सकता है। कॉलेजों के खुलने के बाद उन ही विद्यार्थियों को कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी, जिन्होंने कोविड-19 वैक्सीनेशन कराया होगा। दरअसल, सूबे की सरकार कोरोना वायरस से पैदा हुई स्थिति में सुधार और वैक्सीनेशन की गति को देखते हुए अब कॉलेजों को फिर से खोलने पर विचार कर रही है। वहीं, स्कूलों को खोलने को लेकर अभी सरकार की तरफ से कोई फैसला नहीं हुआ है और न ही इस पर विचार किया गया है।

आपको बता दें कि कोविड-19 से पैदा हुई हालात की वजह से सूबे में स्कूल, कॉलेज और सभी उच्च शिक्षण संस्थान बंद हैं और विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। कॉलेजों के खुलने के बाद परिसर के भीतर उन ही छात्रों, शिक्षकों और अन्य सहायक कर्मचारियों को प्रवेश दिया जाएगा जिन्होंने कम से कम अनिवार्य रूप से कोरोना टीके की एक खुराक ली होगी। सूबे में 23 जून को हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में एक समिति ने इस निर्णय पर सहमति व्यक्त की। हालांकि, सूबे के कॉलेजों को फिर से खोलने का अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लिया जाएगा।

आपको बता दें कि सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य भर के कॉलेजों को फिर से खोलने पर संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि यदि टीकाकरण की गति समान रही तो राज्य कॉलेज, कोचिंग सेंटर और सिनेमा हॉल खोलने पर विचार करेगा। सभी छात्रों को टीका लगवाने की सलाह भी दी गई है। ऑफलाइन कक्षाओं में भाग लेने के लिए कोविड-19 वैक्सीन यह एक अनिवार्य प्रोटोकॉल बनने जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि सूबे के कॉलेजों को फिर से खोलने पर कोई निर्णय लेने से पहले सरकार जुलाई के महीने में फिर से स्थिति की समीक्षा करेगी।

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