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महिला ने पति को बुलाया सहेली के घर और मिलकर रेत दिया उसका गला

गोरखपुर । गोरखपुर के चिलुआताल क्षेत्र में महिला ने सहेली के साथ मिलकर पति सुनील चौहान का गला रेत दिया। सहेली से फोन करवाकर पति को उसके घर बुलवाने के बाद इस घटना को अंजाम दिया। मेडिकल कॉलेज में सुनील का उपचार चल रहा है। डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर बताई है।

झगड़ा होने के बाद मायके चली गई थी पत्‍नी

चिलुआताल क्षेत्र के ही विशुनपुर, टोला सप्ताहिया निवासी राजकिशोर चौहान के पुत्र सुनील (36) विदेश में रहकर कमाते थे। एक साल पहले विदेश से आए थे। तभी से घर रह रहे थे। परिवार चलाने के लिए छोटा-मोटा काम करते रहते थे। तीन दिन पहले किसी बात को लेकर पत्नी जुगनी देवी से उनका विवाद हो गया। इस पर पत्नी दो बच्‍चों को उनके पास छोड़कर मायके चली गई थी।

सहेली के घर बुलाकर दिया वारदात को अंजाम

इस बीच सुनील बाजार गए थे। इसी दौरान बालापार में रहने वाली पत्नी की सहेली का उनके मोबाइल पर फोन आया। सहेली ने पत्नी से सुलह कराने का झांसा देकर उन्हें अपने घर बुलाया। बाजार से ही सुनील बालापार चले गए। पत्नी की सहेली के घर पहुंचे तो वहां पत्नी पहले से मौजूद मिली। बातचीत के बहाने पत्नी और उसकी सहेली उन्हें कमरे में ले गईं। वहीं पर दोनों ने मिलकर उन पर हमला कर दिया। आरोप है कि इस दौरान पत्नी ने धारदार हथियार से उनके गले पर सवार कर दिया।

महिला और उसकी सहेली फरार

किसी तरह से खुद को बचाकर सुनील घर के बाहर आए और सड़क पर गिर गए। ग्रामीणों की सूचना पर पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) से पहुंचे दीवान छोटू प्रसाद, सिपाही श्रवण कुमार और चालक रामानंद ने उन्हें मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। वारदात को अंजाम देने के बाद पत्नी और सहेली घर से फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।

युवक की हत्या में गिरफ्तार प्रेमिका सहित तीन आरोपितों को जेल

उधर, राजघाट क्षेत्र के तुर्कमानपुर निवासी जहीन की हत्या की आरोप में गिरफ्तार उसकी प्रेमिका और उसके पति के दो दोस्तों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। आरोप है कि जहीन की हत्या करने के बाद शव को उन्होंने नार्मल कब्रिस्तान में दफना दिया था। तीनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

यह है मामला

तुर्कमानपुर निवासी जहीन और कयामुद्दीन का घर अगल-बगल है। दोनों के घर की छत लगी हुई है। कयामुद्दीन की शादी घर के सामने रहने वाली जैनब से हुई थी। उसके ससुराल पर जहीन से उसकी बातचीत शुरू हो गई। दोनों एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए। इसकी जानकारी होने पर छह माह पहले कयामुद्दीन ने पत्नी को तलाक दे दिया। तलाक के बाद कयामुद्दीन और जैनब दोनों को अपनी गलती का अहसास हुआ तो दोबारा एक साथ जिंदगी शुरू करने का फैसला किया। इससे पहले उन्होंने जहीन को रास्ते से हटाने निर्णय लिया। 10 सितंबर की रात में मोहर्रम का जुलूस निकल रहा था। योजना के तहत जैनब ने जहीन को जिला अस्पताल के पास मिलने के लिए बुलया। दो दोस्तों के साथ उसका पति वहां से पहले से मौजूद था। सिर पर प्रहार कर उसे बेहोश करने के बाद वे उसे कयामुद्दीन के बर्फखाना स्थित लोहे की दुकान में ले गए। दुकान के अंदर उसकी हत्या करने के बाद शव को पास के नार्मल कब्रिस्तान में दफना दिया। क्राइम ब्रांच ने पूछताछ के लिए शनिवार को जैनब को हिरासत में लिया था।

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