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महिला सुरक्षा में काफी काम आ सकती है ‘सेफर’ ज्वेलरी

safer_146435199840_650x425_052716055731महिलाओं की सुरक्षा हमेशा से बड़ा मुद्दा रहा है चुनाव में भी इस मुद्दे से को जोर शोर से उठाया जाता रहा है. महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ रहे क्राइम को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के पांच इंजीनियर्स के एक ग्रुप ने एक ज्वेलरी डिवाइस ‘सेफर’ बनाया है. ये डिवाइस एक पेंडेंट में होता है जो दिखने में खूबसूरत होने के साथ सुरक्षा भी करता है.

बिना इंटरनेट के भी काम करता है
यूजर्स इसे बिना इंटरनेट के भी चला सकते हैं. इससे पहनने वाले को खतरा महसूस होने पर इसे दो बार प्रेस करना होता है जिसके बाद आपके दोस्त या परिवार को खतरे की जानकारी मिलती है. जिससे वो आपकी मदद कर सकते हैं.

जीपीएस से लैस है डिवाइस
इस डिवाइस में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम यानी जीपीएस लगा हुआ है जिससे आप कहीं भी जाएं आपकी लोकेशन आपके परिवार को एक एप के ज़रिए मिलती रहती है. इसके अलावा इस डिवाइस के जरिए यूजर्स आस पास की सुरक्षित जगह जैसे पुलिस स्टेशन और हाॅस्पिटल की लोकेशन का पता लगा सकते हैं.

देखने में काफी खूबसूरत भी है
इस पेंडेंट को खूबसूरत बनाया गया है और ये तीन अलग अलग रंगो में आता है. इसे इस्तेमाल करने वालों की माने तो ये उनके लिए किसी दोस्त से कम नहीं है अब वो बिना डर के घर से बाहर जा सकते हैं.

ये डिवाइस सुरक्षा के साथ साथ फैशन का भी ध्यान रखता है यही वजह है की आने वाले दिनो में इसके और भी प्रोडक्ट्स मार्केट में आने वाले हैं

15 मिनट चार्ज करके 10 दिन तक चला सकते हैं
इस डिवाइस को यूज करने के लिए आपको इसे चार्ज करना पड़ता है लेकिन सिर्फ 15 मिनट चार्ज करने से ये 10 दिन का बैकअप देता है. इतनी सुविधाओं से लेस इस डिवाइस की कीमत भी किफायती रखी गई है.

मेक इन इंडिया से मिला फायदा
‘सेफर’ के मार्केट में आने के पीछे की कहानी भी दिलचस्प है दरअसल इसकी शुरुआत एक कॉलेज प्रोजेक्ट की तरह हुई थी लेकिन इसे बनने के लिए ज़्यादा पैसा नहीं था तो अपने स्टार्टअप के लिए इन लोगों ने बिजनेस प्लान प्रतियोगिता में हिस्सा लेना शुरू कर दिया.

ऐसी कई प्रतियोगिताओं को जीतने के बाद 2015 तक ढाई लाख डॉलर इकट्ठा हो गए. उसके बाद इसके डेवलपर्स को पीएम मोदी की मेक इन इंडिया टीम के साथ सिलिकन वैली जाने का मौका मिला और वहां भी इन्हें जबरदस्त रेसपॉन्स मिला.

इस प्रोडक्ट के लिए इन्हें अब तक कई अवार्ड्स भी मिल चुके हैं वहीं दुनिया के 20 देशों में अब ये इस प्रोडक्ट को बेच भी रहे हैं.

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