मायावती ने उठाए मोदी की नीति और नियत पर सवाल
लखनऊ। बसपा मुखिया मायावती ने बिहार विधानसभा चुनाव के निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निष्पादन के लिए बड़ी संख्या में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की आवश्यकता पर बल देते हुए केंद्र में सत्तारूढ़ नरेन्द्र मोदी सरकार की नीति और नीयत पर सवाल उठाया है और चुनाव आयोग से भाजपा के सांप्रदायिक खेल पर नजर रखने की मांग की है।
बसपा प्रमुख ने यहां जारी बयान में जहां एक ओर बिहार विधानसभा चुनाव को पांच चरणों में कराने के निर्णय के लिए चुनाव आयोग के निर्णय का स्वागत किया है, वहीं शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए बड़ी संख्या में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती पर जोर दिया है। मायावती ने बिहार विधानसभा चुनाव की आज हुई घोषणा से ठीक पहले केंद्र सरकार के कर्मचारियों को मिलने वाले महंगाई भत्ते में छह प्रतिशत की बढ़ोतरी कर देने और कुछ ही दिन पहले धर्म आधारित जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक किये जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव की तरह ही इस चुनाव को भी षड्यंत्र एवं चालबाजी से जीतने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस पर नजर रखनी चाहिए और जनता को सावधान रहना चाहिए। मायावती ने केंद्र सरकार द्वारा महंगाई भत्ते में आज की गयी बढ़ोतरी को हालांकि भाजपा की चालबाजी बताया, मगर उत्तर प्रदेश सरकार से अपेक्षा की है कि वह राज्य कर्मचारियों के भत्तों में वैसी ही बढोतरी करें। उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ नरेन्द्र मोदी सरकार पर जनता के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अपनी विफलताओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए उनकी पार्टी भाजपा और उनकी संरक्षक संस्था आरएसएस की तरफ से तरह-तरह की नाटकबाजी की जा रही है। बसपा मुखिया ने आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि हालांकि विगत दशकों के मुकाबले मुसलमानों की जनसंख्या वद्धि दर में काफी कमी आयी है और वह 1991 में 32़88 के मुकाबले 2011 में 24़60 प्रतिशत रह गयी है, पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े संगठन खासकर विश्व हिन्दू परिषद चुनावी लाभ के लिए इस आधार पर सांप्रदायिकता का घिनौना खेल खेलने में लग गये हैं कि भारत में हिन्दुओं की संख्या अब 80 प्रतिशत ही रह गयी है।