फीचर्डराष्ट्रीय

मालदा हिंसा : ‘सच जानने’ पहुंची बीजेपी की टीम को स्टेशन पर रोका, वापस भेजा

bjp-lawmaker-malda-ahluwalia_650x400_71452483327नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालियाचक इलाके में भीड़ द्वारा की गई हिंसा मामले की जांच के लिए बीजेपी के अमित शाह द्वारा तैयार की गई 3 सदस्यीय ‘जांच टीम’ को आज सुबह हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए टीम के सदस्य एसएस अहलूवालिया ने कहा कि हम सच जानना चाहते हैं। बीजेपी ने इस कदम पर कहा, ‘हमें रोकना मतलब सच को छिपाना है।’ मालदा रेलवे स्टेशन पर इन तीनों को वहां पहुंचने के चंद मिनट बाद ही हिरासत में ले लिया गया। लेकिन खबर है कि अब बीजेपी टीम मालदा नहीं जाएगी और कोलकाता लौटेगी।

अहलूवालिया ने पत्रकारों से कहा- हमने कहा कि हम सच जानना चाहते हैं और किसी को भड़काने नहीं आए हैं। हमारा मकसद लोगों में आत्मविश्वास फिर से भरना था। बीजेपी ने राज्य की तृणमूल सरकार पर हिंसा के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बचाने का आरोप लगाया था।

18 जनवरी को राजनाथ सिंह भी कर सकते हैं दौरा
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के भी 18 जनवरी को मालदा जिला का दौरा करने की संभावना है। यहां बता दें कि बीजेपी ने तीन सदस्यीय एक तथ्यान्वेषी टीम गठित की है जिसे पश्चिम बंगाल में मालदा का दौरा करना था। यह टीम मालदा में एक दक्षिणपंथी नेता की कथित ईशनिंदात्मक टिप्पणी के बाद पिछले रविवार को भड़की हिंसा पर जांच करने के लिए जा रही थी। इस हिंसा में पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया गया था।

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा गठित इस टीम के प्रमुख पार्टी महासचिव और सांसद भूपेंद्र याद हैं। दो अन्य सांसद एसएस अहलूवालिया और बीडी राम टीम के अन्य सदस्य हैं। बीडी राम अवकाशप्राप्त पुलिस महानिदेशक हैं। बीजेपी ने इस जांच टीम के बाबत जारी की गई विज्ञप्ति में कहा था कि हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के बाद तथ्यान्वेषी टीम शाह को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

मालदा हिंसा बीएसएफ-स्थानीय लोगों के बीच झगड़े का नतीजा : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा था  कि राज्य में कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं है। उन्होंने मालदा जिले के कालियाचक में हाल में हुई घटना को बीएसएफ और स्थानीय लोगों के बीच झगड़े का नतीजा बताया। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं।

 

Related Articles

Back to top button