अन्तर्राष्ट्रीय

मिशन शक्ति अभियान को लेकर अमेरिका की सफाई, एंटी-सैटेलाइट परीक्षण का मलबा हो जाएगा राख

वाशिंगटन : भारत के मिशन शक्ति अभियान को नासा ने भयानक कहते हुए इन मलबों को खतरनाक बताया था। जिसके बाद अब अमेरिका ने कहा है कि भारत का मलबा अंतरिक्ष में आपने आप जल कर राख हो जाएगा।  पेंटागन ने सफाई देते हुए कहा है कि वह अपने पूर्ववर्ती आकलन पर खड़ा है कि भारत का एंटी-सैटेलाइट मलबा अतंरिक्ष में जल जाएगा। नासा के मुखिया जिम ब्रिडेनस्टाइन ने सोमवार को कहा था कि मिशन शक्ति के कारण अंतरिक्ष की कक्षा में मलबे के करीब 400 टुकड़े फैल गए हैं। भारत के इस कदम से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों के लिए नया खतरा पैदा हो गया है। व्हाइट हाउस ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि वह मलबे के खतरों को कम करने की कोशिश को लेकर दिए भारत सरकार के बयानों से अवगत है। नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता गैरेट मार्किस ने कहा, हम भारत के एसैट परीक्षण के शेष मलबे की बारीकी से निगरानी करना जारी रखेंगे ताकि आईएसएस के ऑर्बिट और मानव अंतरिक्षयात्रियों की गतिविधियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। भारत ने हाल ही में एक स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल इंटरसेप्टर के जरिए अपनी ही मिसाइल को 300 किलोमीटर (186 मील) की ऊंचाई पर मार गिराया था। इस परीक्षण से भारत ने अंतरिक्ष में ताकत के रूप में खुद को स्थापित करने का काम किया था। ब्रिडेनस्टाइन से उलट अमेरिका के कार्यकारी रक्षा सचिव पैट्रिक शनाहन ने 28 मार्च को मलबे से होने वाले खतरों को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि मलबा अपने आप वातावरण में ही जल जाएगा। गुरुवार के पेंटागन शनाहन के पूर्व में दिए आकलन के साथ खड़ा दिखाई दिया। भारत के उच्च रक्षा वैज्ञानिक का कहना है कि मलबा 45 दिनों में जल जाएगा।

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