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मैदान छोड़कर भागा कन्‍हैया, अब जेएनयू में नहीं करेगा देशद्रोह

Capture43-580x395नई दिल्ली। दिल्‍ली यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव के लिए शुक्रवार सुबह मतदान शुरू हो गए। चुनाव छात्र संघ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के लिए हो रहे हैं। दिल्‍ली यूनिवर्सिटी के 51 कॉलेजों में बनाए गए 117 बूथों पर मतदान सुबह 8.30 बजे शुरू हुए।

दिल्‍ली यूनिवर्सिटी की किस्मत

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में भी शुक्रवार को छात्र संघ चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं। राजनीतिक रूप से सक्रिय दोनों विश्वविद्यालयों में करीब 35 उम्मीदवारों के चुनावी भविष्य का फैसला होगा।

जेएनयू में सेंट्रल पैनल के लिए कुल 18 उम्मीदवार मैदान में हैं जहां मतदाताओं की संख्या करीब 8600 है। जेएनयू छात्र संघ चुनाव के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त इशिता माना ने बताया कि 18 उम्मीदवार सेंट्रल पैनल के लिए मैदान में हैं जबकि 79 उम्मीदवार विश्वविद्यालय के विभिन्न केंद्रों में काउंसलर पदों के लिए मैदान में हैं। सीपीआई से जुड़ा एआईएसएफ इस बार चुनाव नहीं लड़ रहा है। कन्हैया कुमार इसी के सदस्य है।

कॉलेजों में मतदान सुबह 8.30 बजे शुरू हुए, जो दोपहर 12.30 बजे तक चलेंगे, जबकि सायंकालीन कॉलेजों में मतदान अपराह्न् तीन बजे शुरू होंगे, जो शाम सात बजे तक चलेंगे। डूसू चुनावों के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के चार पदों के लिए 17 उम्मीदवार मैदान में हैं।

अध्यक्ष पद के लिए सात उम्मीदवार, जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए चार उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, सचिव तथा संयुक्त सचिव पद के लिए तीन-तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। मतगणना शनिवार को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे।

पिछले साल के चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के उम्मीदवारों ने सभी चार पदों पर जीत दर्ज की थी। इस बार, अध्यक्ष पद के लिए अमित तंवर अभाविप के उम्मीदवार हैं।

वहीं, नेशनल स्टूडेंड्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने एलएलबी प्रथम वर्ष के छात्र निखिल यादव को अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि इसी पद के लिए आइसा ने कंवलजीत कौर को उम्मीदवार बनाया है।

 

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