ज्ञान भंडार

यहां 10 और जिलों में आसाराम की दिव्य ज्ञान परीक्षा की तैयारी, जानिए अभी

रा10_1443812153यपुर/ कोंडागांव. जेल में बंद आसाराम की किताब दिव्य ज्ञान पर आयोजित करने का मामला सामने आते ही छत्तीसगढ़ के कोंडागांव कलेक्टर ने परीक्षा निरस्त कर दी। एक तरफ कोंडागांव कलेक्टर का आदेश जारी हुआ और दूसरी ओर यह बात सामने आई कि कोंडागांव की तरह ही राज्य के 10 जिले हैं जहां पर इस तरह की परीक्षा आयोजित करने का फरमान जारी हो गया है। इस संबंध में बाकायदा संबंधित जिलों के शिक्षा अधिकारियों ने प्राचार्यों और अधीनस्थ अधिकारियों को सरकारी आदेश जारी किया है।  
 
छत्तीसगढ़ के इन जिलों में परीक्षा की तैयारी
लोक शिक्षण संचालनालय के आदेश के आधार पर रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, दंतेवाड़ा, कबीरधाम, कोरबा, मुंगेली, बेमेतरा, गरियाबंद और बस्तर जिले में दिव्य ज्ञान परीक्षा लेने की तैयारी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इन जिलों में आसाराम की परीक्षा लेने के लिए सरकारी अमले ने आधार किस बात को बनाया है। गौरतलब है कि संचालनालय से एक ऐसा पत्र जारी हुआ है, जिसमें स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि बच्चों को आसाराम की किताब दी जाए और इसके बाद इस किताब के आधार पर ज्ञान की प्रतियोगिता आयोजित कराने में मदद की जाए।
 हम आपको बता दें कि दैनिक भास्कर ने शुक्रवार को कोंडागांव में परीक्षा लेने की तैयारी की खबर प्रकाशित की तो न केवल सरकारी अमला सक्रिय हुआ बल्कि खुद मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार की ऐसी कोई मंशा नहीं है। बावजूद इसके शिक्षा विभाग से शुक्रवार की देर रात तक संचालनालय से जारी हुए निर्देश को समाप्त करने के संबंध में किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं बनाई गई।  
 
ये है मामला
ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि सरकारी अमले के किसी जिम्मेदार व्यक्ति ने परीक्षा लेने के लिए आदेश जारी करवाया है।  इस बीच राजधानी रायपुर तक में परीक्षा आयोजित करने की तैयारी चल रही है।  स्वयं को श्री योग वेदांत सेवा समिति की कार्यकारी अध्यक्ष बताने वाली शकुन राणा ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से उन्हें स्कूली बच्चों के लिए प्रतियोगिता कराने का आदेश मिला था। जिसके आधार पर जिलेभर में इसकी तैयारी कर ली गई थी।
कलेक्टर ने डीईओ को लगाई फटकार
दैनिक भास्कर में खबर प्रकाशित होने के बाद कोंडागांव कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी को दफ्तर बुलाकर जमकर फटकार लगाई। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि आखिर बिना जांच-परख के कैसे इस आदेश के पालन के लिए सभी को निर्देश दे दिए गए। इसके बाद उन्होंने परीक्षा निरस्त करने का आदेश जारी किया। कलेक्टर ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से बीईओ और प्राचार्यों को प्रतियोगिता संबंधी पत्र जारी करना ही गलत है।
बड़ी साजिश की ओर इशारा, संदिग्ध दो अफसर जांच के घेरे में
दुष्कर्म जैसे संगीन आरोप में फंसने के बाद जेल में बंद आशाराम बापू पर स्कूलों में दिव्य ज्ञान परीक्षा प्रतियोगिता आयोजित करवाना बड़ी साजिश का नतीजा मानी जा रही है। इसमें मुख्यालय के किसी बड़े अधिकारी की मिलीभगत के संकेत हैं। शिक्षा विभाग के आला अफसरों ने भी इस दिशा में जांच शुरू कर दी है। करीब ढाई साल पुरानी चिट्‌ठी को जिस प्लानिंग से एक साथ दस जिलों में भेजने से आला अफसर हैरान हैं। महकमे में इस बात की जमकर चर्चा है कि मुख्यालय के ही किसी अफसर ने समिति के लोगों के साथ साजिश रचकर पुराने आदेश का इस तरह से ताना बाना बुना कि जिला शिक्षा अधिकारी ही चकरा गए। इस मामले में एक-दो अफसर जांच के घेरे में भी आ गए हैं। शिक्षा विभाग के सचिव सुब्रत साहू का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर है। इसकी जांच करवाई जाएगी। इस मामले में किसी भी स्तर पर विभागीय सांठगांठ सामने आने पर सख्त कार्रवाई होगी।
आसाराम पर कोई पाठ्यक्रम नहीं
पुराना सर्कुलर हो सकता है। आसाराम से संबंधित पाठ्यक्रम न छत्तीसगढ़ में है और न होगा। फिर भी हम इस मामले को दिखवाते हैं कि कहां त्रुटि हुई है।
डॉ रमन सिंह, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
 
दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
इस मामले की जांच कराई जाएगी। जारी किए गए सर्कुलर को देखने और जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
केदार कश्यप, स्कूल शिक्षा मंत्री, छग

 

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