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योगी के सीएम बनने पर गोरखपुर में मनी होली व दिवाली

गोरखपुर। भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता व गोरखपुर के पांच बार के सांसद योगी आदित्यनाथ को भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल ने उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री चुन लिया है, इस खबर को सुनते ही गोरखपुर और आसपास मानो होली और दिवाली एक साथ आ गई हो। लोग सड़कों पर उतर आए और योगी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ-साथ यूपी की जनता को भी धन्यवाद दिया। इस खुशी के अवसर पर गोरखपुर में जगह-जगह विभिन्न हिंदू और मुसलमानों के संगठनों ने योगी को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दिया और उम्मीद जाहिर की कि गोरखपुर की गंगा-जमुनी तहजीब को और मजबूती मिलेगी और गोरखपुर का विकास और तेजी से होगा व गोरखपुर विश्व पटल पर स्थापित होगा। गोरखपुर के साथ-साथ बांसगांव कौड़ीराम, कैंम्पियरगंज, बड़हलगंज, चौरीचौरा, भटहट, पीपीगंज, सहजनवां, देवरिया, बस्ती संतकबीरनगर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर के साथ.साथ गोरखपुर शहर में चेतना तिराहे, घोषकंपनी चौराहे, गोलघर, विजय चौराहा, गोरखनाथ, तिवारीपुर, घासी कटरा, रुस्तमपुर, बेतियाहाता, कूड़ाघाट, परिवार समेत सैकड़ों स्थानों पर लोगों ने मिठाई बांटकर खुशियां मनाई।

इस अवसर पर लोगों ने कहा कि योगी के सीएम बनने के बाद उत्तर प्रदेश का विकास की गति कई गुना बढ़ जाएगी। देश का सबसे विकसित प्रदेश अगले 5 साल में यूपी होगा। योगी जी की प्रतिभा को यूपी की जनता के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व ने भी पहचान लिया था, इसीलिए विधानसभा चुनाव में शीर्ष नेतृत्व ने योगी को स्टार प्रचारक बनाकर पूरे प्रदेश में जनसभा करने की अनुमति दी और योगी ने करीब 300 जनसभा को संबोधित करते हुए जनता के दिलों को छुआ और आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और भारतीय जनता पार्टी को 11 मार्च को हुई मतगणना में 325 सीटें जीतने का स्वर्णिम अवसर मिला।

अजय सिंह से योगी आदित्यनाथ बनने की कहानी
लखनऊ। योगी आदित्यनाथ भाजपा के फायरब्रांड नेताओं में शुमार हैं। पूर्वांचल की राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। गोरखपुर से सांसद और गोरक्षनाथ पीठ के महंत योगी आदित्यनाथ कई बार अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में रहते हैं। लव जेहाद और धर्मांतरण जैसे मसलों पर उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी।
१९९८ में बने सबसे कम उम्र के सांसद
उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में पैदा हुए अजय सिंह नेगी, योगी आदित्यनाथ कैसे बने, यह कहानी काफी रोचक है। उनका जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड में हुआ था, उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया है। योगी आदित्यनाथ का नाम लोकसभा में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के सांसदों की सूची में भी शामिल है। गोखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया जिसके बाद 1998 में वह सांसद चुने गए। योगी आदित्यनाथ जब 12वीं लोकसभा में सांसद बनकर पहुंचे तब उनकी उम्र मात्र 26 साल थी। इसके बाद आदित्यनाथ 1999, 2००4, 2००9 और 2०14 में भी लगातार सांसद चुने जाते रहे। सितंबर 2०14 में उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ के प्राण त्यागने के बाद वह गोरखपुर मंदिर महंत यानी पीठाधीश्वर बने। योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद होने के साथ साथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं। हिन्दू युवा वाहिनी युवाओं का एक सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है।
धर्मांतरण के खिलाफ  योगी
योगी धर्मांतरण के खिलाफ और घर वापसी के लिए काफी चर्चा में रहे। 2००5 में योगी आदित्यनाथ ने कथिततौर पर 18०० ईसाइयों का शुद्धीकरण कर हिन्दू धर्म में शामिल कराया। ईसाइयों के इस शुद्धीकरण का काम उत्तर प्रदेश के एटा जिले में किया गया।
2००8 में हुआ था जानलेवा हमला
7 सितंबर 2००8 को सांसद योगी आदित्यनाथ पर आजमगढ़ में जानलेवा हिंसक हमला हुआ था। इस हमले में वे बाल-बाल बचे थे, यह हमला इतना बड़ा था कि सौ से अधिक वाहनों को हमलावरों ने घेर लिया और लोगों को लहूलुहान कर दिया।

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