गृह मंत्री राजनाथ सिंह सुलगती कश्मीर घाटी को शांत करने के लिए आज से दो दिन के कश्मीर दौरे पर जा रहे हैं। इसके साथ ही वह समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ बातचीत भी कर सकते हैं। गृह मंत्री के साथ गृह सचिव समेत कई बड़े अफसर भी जायेंगे।
हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के साथ 8 जुलाई को हुए एक एनकाउंटर में मारे जाने के बाद पैदा हुई अशांति की वजह से घाटी में एक महीने में गृह मंत्री की यह दूसरी यात्रा है।
घाटी के हालात पर काबू पायेगी बीएसएफ!
कश्मीर घाटी को शांत कराने के लिए ही 12 साल बाद बीएसएफ को यहां भेजा गया है। अभी 2600 जवानों को तैनात किया गया है। तीन हजार जवान और भेजे जाएंगे।
बीते दिनों उमर अब्दुल्ला के साथ जम्मू कश्मीर का विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कश्मीर मुद्दे का राजनीतिक समाधान निकालने को मिला था। बुरहान के एनकाउंटर के बाद राजनाथ सिंह जब घाटी के हालात का जायजा लेने गए थे तब उमर की पार्टी और कांग्रेस के नेता उनसे नहीं मिले थे।
जम्मू कश्मीर में हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में दो पुलिसवालों समेत 65 लोगों की मौत हो चुकी है और कई हजारों लोग घायल हुए।