उत्तर प्रदेशलखनऊ

राज्य पुनर्गठन के मुद्दे पर अखिलेश को बड़ा दिल और बड़ी सोच रखनी चाहिए: जयन्त

दस्तक टाइम्स/एजेंसी
download (4)लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के महासचिव जयन्त चौधरी ने आज कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी समाजवादी पार्टी (सपा) के भविष्य को लेकर चिंता की वजह से उत्तर प्रदेश के पुनर्गठन को गैर-जरूरी बता रहे हैं और उन्हें इस मुद्दे पर बड़े दिल के साथ सोचना चाहिए। जयन्त ने यहां रालोद राज्य मुख्यालय में संवाददाताआें से बातचीत में उत्तर प्रदेश के पुनर्गठन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इनकार के सवाल पर जयन्त ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री जी को बड़ा दिल और बड़ी सोच रखनी चाहिए। वह सिर्फ अपनी पार्टी के राजनीतिक भविष्य को लेकर चिन्तित हैं और इसीलिए प्रदेश के पुनर्गठन से इनकार कर रहे हैं। वरना तर्क तो यह है कि आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से तथा देश की अखण्डता के लिए राज्य पुनर्गठन अनिवार्य है।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश का विभाजन होने से देश कमजोर होगा लेकिन आजादी के बाद से तेलंगाना, उत्तराखण्ड, छत्तीसगढ़, झारखण्ड और ना जाने कितने राज्य बन गए, लेकिन क्या इससे देश कमजोर हुआ बल्कि, इससे तो इन राज्यों में प्रगति ही हुई। देश का कानून और संविधान तो इन राज्यों पर बराबर लागू हुआ है। जयन्त ने कहा कि अखिलेश एक तरफ से सत्ता का विकेन्द्रीकरण करते हुए पंचायतीराज को मजबूत कर रहे हैं, नई तहसीलें बनवा रहे हैं। राज्य पुनर्गठन के मामले में भी तो यही बात लागू होती है।गौरतलब है कि राष्ट्रीय लोकदल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों को एक साथ जोड़कर अलग ‘हरित प्रदेश’ बनाने की मांग अर्से से करता आया है। 

Related Articles

Back to top button