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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा वसुधैव कुटुम्बकम् भारत की परंपरा

सोमवार को सुबह संसद के दोनों सदनों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संबोधित किया. इसी के साथ बजट सत्र की आधिकारिक शुरुआत होगी. अपने भाषण में राष्ट्रपति ने कहा आज संसद के सयुंक्त सदन में आप सबका स्वागत हैं. इस साल गणत्रंत दिवस पर आसियान देशों के अतिथियों को बुला कर हमने वसुधैव कुटुम्बकम् की परम्परा को निभाया हैं. 2018 में विकास की यात्रा को आगे बढ़ाने में आप सब का सहयोग जरुरी हैं. कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाकर ही विकास के काम किये जा सकते हैं. शौचालय निर्माण भी सामाजिक भावना को बढ़ावा दे रहा हैं.राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा वसुधैव कुटुम्बकम् भारत की परंपरा

राष्ट्रपति ने कहा  हम महिलाओ को सम्मान और गरिमा देने की कोशिश में लगे हैं. देश को गाँधी जी की 150 वी जयंती तक स्वच्छ करना हमारा लक्ष्य हैं. ईंधन का विकल्प दे कर सरकार ने सराहनीय काम किया हैं. अब तक 3.20 करोड़ गैस कनेक्शन सरकार दे चुकी हैं. तीन तलाक का कानून पास करने की आशा करता हूँ. इससे मुस्लिम महिलाओं को सम्मान मिलेगा.

राष्ट्रपति ने कहा बेटी बढ़ाओ बेटी पढ़ाओ ने बेटियों को सक्षमता दी हैं. प्रसूता को छुट्टी देकर मातृत्व सुख दिया गया है . सरकार गरीबो की हैं, जनधन योजना में 21 करोड़ गरीबों के खाते खोले गए हैं. स्वरोजगार की योजना के लिए लोन सुविधा को बढ़ावा दिया हैं. देश में नए तरह का सामाजिक संतुलन बन रहा हैं.

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