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लंदन में विवाद के बीच भारतीय टीम ने जीत लिए करोड़ों दिल

18_06_2016-18hockeyनई दिल्ली । आज से चार साल पहले वो लंदन का शहर ही था जहां ओलंपिक के दौरान भारतीय हॉकी टीम ने शर्मनाक प्रदर्शन किया था और वे लगातार छह मैच हारकर आखिरी स्थान पर रहे थे। वो भारतीय हॉकी इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन था लेकिन भारत ने सबक सीखा और आज उसी लंदन में भारत ने हारकर भी नया इतिहास रच डाला क्योंकि वे पहली बार सिल्वर मेडल जीतने में सफल रहे।

आज जब देर रात भारत में ज्यादातर लोग नींद पूरी करने में व्यस्त थे तब भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को पहले 0-0 के ड्रॉ पर रोका लेकिन रोमांचक पेनल्टी शूटआउट में वे 3-1 से हार गए जिस दौरान एक बड़ेे विवाद ने भी जन्म लिया है। खैर, भारत हार जरूर गया लेकिन ओलंपिक से पहले उन्होंने करोड़ों दिल जरूर जीत लिए। इससे पहले भारत ने 1982 (एम्सट्रम) में इस टूर्नामेंट का कांस्य पदक जीता था।

पहला हाफ

पहले क्वार्टर के शुरू होते ही पहले ही मिनट में ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वो इस पर गोल करने में असफल रहे लेकिन रेफरी ने इसके बाद लगातार ऑस्ट्रेलिया को तीन और पेनल्टी कॉर्नर दिए पर भारतीय गोलकीपर श्रीजेश और डिफेंडरों के शानदार प्रदर्शन के दम पर इनमें से एक में भी ऑस्ट्रेलिया गोल नहीं कर सका। इसके बाद भारत को भी एक पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वे भी इस पर गोल करने में असफल रहे।

इसके बाद दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में तकरीबन सवा मिनट बीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया को एक पेनल्टी स्ट्रोक मिला और उस समय लगा कि अब तो कूकाबूरा टीम बढ़त हासिल कर ही लेगी लेकिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने इस शॉट को गोल से काफी दूर दागा और ये मौका भी उन्होंंने गंवा दिया। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को फिर लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिलेे लेकिन गोलकीपर श्रीजेश ने एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया को निराश कर दिया और दोनों ही मौकों पर शानदार अंदाज में गोल बचा लिए। हाफ टाइम की सीटी बजने से पहले भारत को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन ऑस्ट्रेलिया इसको रोकने में सफल रहा। पहले हाफ तक स्कोर 0-0 रहा।

दूसरा हाफ

दूसरे हाफ केे पहलेे क्वार्टर में एक बार फिर भारत ने विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलियाई टीम की कड़ी परीक्षा ली। दूसरा हाफ शुरू होते ही कुछ ही सेकेंड में ऑस्ट्रेलिया ने पेनल्टी कॉर्नर जीता लेकिन आज जैसे भारतीय गोलकीपर और डिफेंस अलग ही तैयारी के साथ उतरे थे। ये मौका भी ऑस्ट्रेलिया ने गंवा दिया। इसके बाद भारत को भी पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वो भी चूक गए। तीसरे क्वार्टर के 15 मिनट भी समाप्त हो गए और भारत ने ऑस्ट्रेलिया को अब तक 0-0 पर रोके रखा। ये वही ऑस्ट्रेलियाई टीम है जिसने गुरुवार को ही भारत को 4-2 से मात दी थी।

मैच के अंतिम 15 मिनट के खेल की शुरुआत रोमांचक ढंग से हुई। लंदन के ली वैली पार्क के इस मैदान पर भारी संख्या में भारतीय फैंस अपनी टीम का समर्थन करने पहुंचे थे। तीसरा क्वार्टर शुरू होते हुए ही ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज डॉसन को पीला कार्ड दिखाया गया और उन्हें 10 मिनट के लिए मैदान से बाहर जाना पड़ा। इसके बाद अगले कुछ मिनटों तक भी भारत ने ऑस्ट्रेलिया को रोके रखा और मैच ड्रॉ के साथ पेनल्टी शूटआउट की ओर चला गया।

पेनल्टी शूटआउट

पहली पेनल्टी ऑस्ट्रेलिया ने ली और गोल कर दिया। श्रीजेश रोकने में असफल रहे्।

भारत की तरफ से पहली पेनल्टी एसके उथप्पा ने ली लेकिन उन्होंने मौका गंवा दिया।

दूसरी पेनल्टी पर श्रीजेश ने शानदार बचाव किया और ऑस्ट्रेलिया गोल नहीं कर सका लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने वीडियो रीप्ले की मांग की जिसके बाद टीवी अंपायर ने गोलकीपर द्वारा गैरइरादतन फाउल करार देते हुए ऑस्ट्रेलिया को एक और मौका दे डाला जिस पर ऑस्ट्रेलिया ने दोबारा मौके का फायदा उठाया और गोल कर दिया। मैदान के बाहर भारतीय कोच रोलेंड ओल्टमेंस अंपायर के फैसले से बेहद खफा और चिल्लाते हुए दिखे।

भारत की तरफ से दूसरी पेनल्टी एसवी सुनील ने ली लेकिन वो भी गोल करने में असफल रहे।

तीीसरी पेनल्टी पर ऑस्ट्रेलिया चूक गया। श्रीजेश ने अपने पैड्स पर गेंद लेते हुए शानदार बचाव किया।

भारत की तीसरी पेनल्टी हरमनप्रीत ने ली और उन्होंने गोल करते हुए स्कोर 2-1 कर दिया। भारत एक बार फिर दौड़ में।

चौथी पेनल्टी पर ऑस्ट्रेलिया के साइमन ऑर्चर्ड ने गोल कर दिया और स्कोर 3-1 हो गया। अब भारत को किसी भी हालत में गोल करना ही था।

भारत ने चौथी पेनल्टी ली और सुरिंदर सिंह चूक गए जिसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने शूटआउट 3-1 से जीता और साथ ही 14वीं बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भी।
क्या दूसरी पेनल्टी में टीवी अंपायर ने चूक की? भारत ने आधिकारिक शिकायत दर्ज की

पेनल्टी शूटआउट के दौरान दूसरी पेनल्टी में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी गोल करने के लिए आगे बढ़ेे लेकिन श्रीजेश रोकने के दौरान जमीन पर बैठ गए और गेंद उनके पैरों के बीच आ अटकी, कंगारू खिलाड़ी ने बहुत कोशिश की लेकिन काफी समय बाद वो गेंद को बाहर निकाल सके और गोल करने से चूक गए, जिसके बाद उन्होंने गोलकीपर द्वारा ऑब्सट्रक्शन का दावा किया और टीवी रीप्ले की मांग कर डाली। दरअसल, भारत का दावा ये था कि इससे पहले कि गेंद श्रीजेश के पैरों के बीच आती पूूरी पेनल्टी शूटआउट के दौरान आठ सेकेंड का निर्धारित समय पहले ही निकल चुका था जो कि खिलाड़ी के पास गोल करने के लिए होता है।

ऑस्ट्रेलिया ने टीवी रीप्ले की मांग की और टीवी अंपायर ने भारत का गैरइरादतन फाउल करार देते हुुुए ऑस्ट्रेलिया को एक और मौका दे डाला। दूसरी बार में ऑस्ट्रेलिया ने गोल कर दिया और भारत को करारा झटका लगा क्योंकि यहां स्कोर 2-0 हो गया था। मैच तो खत्म हो गया लेकिन भारत की तरफ से आधिकारिक शिकायत दर्ज करा दी गई और सभी को चौंकाते हुए आयोजकों ने पूरा स्टेडियम खाली करने का फरमान सुना दिया और लगभग 1 घंटे बाद मीडिया रूम में आस्ट्रेलियाई टीम को विजेता घोषित करते हुए विजेता ट्राफी थमा दी गई। आस्ट्रेलिया ने 14वीं बार यह खिताब अपने नाम किया है।

 

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