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टी-20 चैम्पियन बनने के वक्त टीम इंडिया के मैनेजर थे लालचंद
नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मैनेजर लालचंद राजपूत ने टीम इंडिया के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन दिया है। लालचंद फिलहाल जिम्बाब्वे के कोच हैं, लेकिन टीम को आईसीसी ने प्रतिबंधित कर दिया है। लालचंद 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2008 में ऑस्ट्रेलिया की धरती पर सीबी सीरीज जीतने वाली टीम के मैनेजर थे। उनके अलावा भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर रॉबिन सिंह ने मुख्य कोच और प्रवीण आमरे ने बल्लेबाजी कोच के लिए आवेदन किया है। टीम इंडिया के मुख्य कोच के लिए बीसीसीआई ने 30 जुलाई तक आवेदन मंगवाए थे। बोर्ड ने इसके साथ ही बल्लेबाजी कोच, गेंदबाजी कोच और फील्डिंग कोच के लिए भी आवेदन मंगवाए थे। वर्तमान कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल वर्ल्ड कप के बाद समाप्त हो गया था।
वेस्टइंडीज दौरे तक उनका और सपोर्ट स्टाफ का कार्यकाल बढ़ाया गया। मुंबई के पूर्व ओपनर बल्लेबाज लालचंद ने भारत के लिए दो टेस्ट और चार वनडे खेले हैं। उन्होंने कोचिंग करियर की शुरुआत अंडर-19 से की। 2007 में इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें भारतीय अंडर-19 टीम का कोच बनाया गया था। इसके बाद लालचंद को सीनियर टीम का मैनेजर बनाया गया था। दिसंबर 2007 में दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन भारतीय टीम के कोच बने थे, लेकिन वे 1 मार्च 2008 से आधिकारिक तौर पर टीम के साथ जुड़े। इस दौरान लालचंद ही भारतीय टीम के साथ मैनेजर के तौर पर गए थे। टीम इंडिया ने बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स में ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया था। लालचंद इंडियन प्रीमियर लीग के 2008 सीजन में मुंबई इंडियंस के कोच थे। 2016 में वे अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कोच बने। उन्होंने तब पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज इंजमाम उल हक का स्थान लिया था। उनकी कोचिंग में ही अफगानिस्तान ने वेस्टइंडीज को हराकर आईसीसी का फुल मेंबर होने का दर्जा हासिल किया था। 2018 में वे जिम्बाब्वे को कोच बने थे। राजपूत का कहना है कि अगर उन्हें मुख्य कोच नहीं चुना जाता है तो वे बल्लेबाजी कोच भी बनने के लिए तैयार हैं। भारतीय टीम के नए कोच का चयन पूर्व कप्तान कपिलदेव की अध्यक्षता वाली क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी करेगी। इसमें पूर्व मुख्य कोच अंशुमान गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी शामिल हैं।