जीवनशैली

लिखने के शौकीन हैं तो इस क्रिएटिव फील्‍ड में रखें कदम

creative-writing1_14_11_2015स्तक टाइम्स/एजेंसी- कुछ साल पहले तक सृजनात्मक लेखन या क्रिएटिव राइटिंग करियर के रूप में आकर्षक विकल्प नहीं हुआ करता था लेकिन अब स्थितियां बदल गई हैं। आज विभ‍िन्‍न क्षेत्रों में क्रिएटिव राइटर्स के लिए मौके हैं। देश की विशाल आबादी और बाजार को देखते हुए यहां एमएनसी और बड़ी कंपनियों सहित एड एजेंसियों में क्रिएटिव राइटर्स की मांग लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा फिल्मों, टीवी सीरियलों, शॉर्ट फिल्मों आदि के लिए भी क्रिएटिव राइटर्स की मांग रहती है। वैसे तो लेखन की प्रतिभा आपमें जन्मजात होती है लेकिन विधिवत शिक्षा द्वारा इसे निखारा भी जा सकता है। इस कला में निखार लाने के लिए आप क्रिएटिव राइटिंग का कोर्स कर सकते हैं। यह कोर्स इग्नू यानी इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी और कुछ अन्य प्रमुख विश्वविद्यालयों में उपलब्‍ध है।

ट्रांसलेशन में भी स्‍कोप

लेखन से ही जुड़ा एक अन्य क्षेत्र ट्रांसलेशन यानी अनुवाद का भी है। यहां आप खुद कुछ नया रचने के बजाय किसी और के लिखे का एक से दूसरी भाषा में अनुवाद करते हैं। अनुवाद कला भी लेखन कला से कम चुनौतीपूर्ण नहीं है, बल्कि उससे अधिक चुनौतीपूर्ण ही है। कारण यह कि किसी और के विचारों को आपको दूसरी भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना है, मानो वे विचार मूल रूप से उसी भाषा में व्यक्त किए गए हों।

लिखित अनुवाद की ही तर्ज पर तत्काल मौखिक अनुवाद यानी इंटरप्रिटेशन भी करियर ऑप्शन है। यहां आपको किसी व्यक्ति द्वारा कही गई बात को अन्य लोगों के लिए तत्काल दूसरी भाषा में अनुवाद कर बताना होता है। ट्रांसलेटर या इंटरप्रेटर बनने के लिए आपको केंद्रीय हिंदी संस्थान या किसी अन्य आधिकारिक संस्थान से अनुवाद का कोर्स कर लेना चाहिए। रेलवे, बैंक और पीएसयू कंपनियों में अनुवादकों की अच्छी मांग होती है।

इंटरप्रेटर के रूप में खुद को तैयार करके आप दूतावासों और विदेशी कंपनियों से संपर्क करके उन्हें अपनी सेवा ऑफर कर सकते हैं। सरल, सहज और प्रभावी भाषा में लिखने का अभ्यास जरूर करते रहें। इसके अलावा, प्रमुख लोकप्रिय लेखकों की किताबें और उनके कॉलम भी जरूर पढ़ते रहें। इससे आपको लेखन की बारीकियों के बारे में पता चल सकेगा। किसी से भी सीखने का मौका न छोड़ें।

 

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