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विश्व कप से पहले टीम इंडिया में नंबर चार की रेस जारी

भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 की बढ़त से वनडे सीरीज पर कब्जा कर लिया। विश्व कप से पहले टीम इंडिया अपनी तैयारियों को पुख्ता करने के लिए तरकश के हर तीर को आजमाना चाहती है। निलंबन हटने के बाद ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या की वापसी से कमोवेश टीम संयोजन तो तय सा ही लग रहा है लेकिन मध्यक्रम खासकर नंबर चार के क्रम को लेकर अभी उधेड़बुन जारी है।

विश्व कप से पहले टीम इंडिया में नंबर चार की रेस जारी

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने तीसरे वनडे में जीत के बाद संकेत दिए हैं कि नंबर चार की रेस अभी चल रही है जहां अभी लचीलापन दिखाए जाने की जरूरत है। जून 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद इस क्रम पर भारतीय टीम नौ बल्लेबाजों को आजमा चुकी है। कप्तान कोहली अंबाती रायडू को समर्थन करते रहे हैं और उन्हें मौके भी अच्छे मिले हैं लेकिन उपकप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैन ऑफ द सीरीज रहे अनुभवी धोनी को इस क्रम के लिए उपयुक्त बताकर नई बहस जरूर छेड़ दी जो अभी चल रही है।

कप्तान कोहली का मानना है कि पिछले पांच मैचों में चौथे क्रम को लेकर अभी हम सुनिश्चित नहीं हैं। रायडू अच्छा कर रहे हैं। फिर हमारे पास दिनेश कार्तिक हैं जो अच्छी फॉर्म में हैं और मध्यक्रम में किसी बदलाव की स्थिति में वह किसी भी क्रम पर उतर सकते हैं। एमएस (धोनी) भी गेंद पर अच्छा प्रहार कर रहे हैं।

मध्यक्रम की मजूबती जरूरी
विश्व कप से पहले भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार चल रहा है लेकिन मध्यक्रम की मजबूती और असल परख अभी बाकी है। भारत के शीर्ष क्रम के बेहतर करने के कारण अक्सर मध्यक्रम की असल आजमाइश कम हुई है। बड़ा स्कोर बनाने के लिए 30वें से 40 वें ओवर की बल्लेबाजी की बड़ी अहमियत है। नंबर एक रैंकिंग पर शामिल इंग्लैंड की टीम अपने मजबूत मध्यक्रम पर बड़े स्कोर बनाने में सफल रही है। पिछले तीन वर्षों में उसने दो बार रिकॉर्ड स्कोर बनाया है।

11 : सीरीज में से पिछली दस सीरीज टीम इंडिया ने जीती हैं
09 : बल्लेबाजों को चौथे क्रम पर आजमा चुकी है पिछले 19 माह में टीम इंडिया

 ये हैं दावेदारी में शामिल

अंबाती रायडू : कप्तान विराट कोहली पहले हैदराबाद के इस बल्लेबाज का समर्थन करते रहे हैं। पिछली नौ पारियों में रायडू ने 56 की औसत से 341 रन बनाए हैं जिसमें उनकी स्ट्राइक रेट 93 रन की है। पिछले साल आईपीएल में रायडू ने चेन्नई सुपरकिंग्स को खिताब दिलाने में मदद की थी।

दिनेश कार्तिक : विकेटकीपर बल्लेबाज अतिरिक्त विकल्प हैं। हालांकि अनुभवी धोनी के होते उन्हें सीमित मौके मिलते हैं लेकिन उन्होंने चुनींदा मौकों को अच्छा भुनाया भी है। निदहास ट्रॉफी में आठ गेंदों में नाबाद 29 रन की पारी खेली थी। गैर-पारंपरिक शॉट भी खेलने में सक्षम हैं ऐसे में अच्छे फिनिशर भी हैं।

धोनी : कभी दुनिया के बेहतरीन फिनिशर कहे जाने वाले धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में लगातार तीन अर्द्धशतक लगाकर दिखा दिया कि वह हर क्रम पर उपयोगी साबित हो सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया में वह दो मैचों में नंबर पांच और एक मैच में नंबर चार पर भी उतरे। नंबर पांच पर उनकी औसत 53 से ज्यादा की रही है।

हार्दिक पंड्या : निलंबन हटने के बाद लौटे ऑलराउंडर भी नंबर चार की रेस में शामिल हो सकते हैं। आक्रामक तेवरों वाले युवा बल्लेबाज उस समय बेहद उपयोगी हो सकते हैं जब टीम को तेजी से रन बनाने की जरूरत हो।

केदार जाधव : उपयोगी बल्लेबाज हैं, 52 मैचों में 900 से ऊपर रन हैं। उनके खाते में दो शतक और चार अर्द्धशतक है। स्ट्राइक रेट भी सौ से ऊपर की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में नाबाद 61 रन की पारी खेली थी।

विश्व कप 30 मई से 14 जुलाई तक

दो बार विश्व चैंपियन रह चुकी भारतीय टीम इस बार भी विश्व कप खिताब के प्रबल दावेदारों में शामिल है। विश्व कप 30 मई से 14 जुलाई तक इंग्लैंड में खेला जाएगा। पिछले एक साल में टीम विदेश में तीन वनडे सीरीज अपने नाम कर चुकी है। तेज गेंदबाज के रूप में जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार केअलावा तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में मोहम्मद शमी ने भी अपना स्थान लगभग पक्का कर लिया है। जबकि चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल ने दिखाया है कि जोड़ी के रूप में वह ज्यादा कारगर साबित हो सकते हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ कुलदीप तीन मैचों में आठ और युजवेंद्र चहल छह विकेट ले चुके हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के अगले दो मैचों में कप्तान विराट कोहली नहीं खेलेंगे लेकिन इस संबंध में उनका कहना है कि इससे बल्लेबाजी की गहराई पर असर नहीं पड़ेगा टीम को लय मिल चुकी है। ऑटो मोड में चल रही है।

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