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शादियों में दिखे उड़ते हैलीकॉप्टर तो चौंकिएगा नहीं

career-of-drone-pilot-56a873578e17c_exlदस्तक टाइम्स एजेंसी/आप किसी शादी में गए हैं यहां आपको छोटे-छोटे हेलीकॉप्टर उड़ते नजर आ रहे हैं तो चौंकिएगा नहीं, यह ड्रोन हैं और आपको कैमरे में उतार रहे होते हैं। शादी समारोहों में सौ फीट की ऊंचाई से फोटो या वीडियो लेने का यह एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है।

कई जगह व्यावसायिक उपयोग के लिए भी ड्रोन फोटोग्राफी का ट्रेंड विकसित हुआ है। दिल्ली-एनसीआर में बिल्डर अपनी रियल एस्टेट साइट का ड्रोन फोटो ब्रोशर पर लगाकर ग्राहकों को बता रहे हैं।

हालांकि कई राज्यों में सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन फोटोग्राफी को प्रतिबंधित किया जा चुका है, लेकिन यह नया ट्रेंड कई जगह खुलकर अपना व्यावसायिक स्थान बना रहा है। पंजाब में ड्रोन फोटोग्राफी को लेकर काफी क्रेज बढ़ गया था, लेकिन अब वहां सुरक्षा को देखते हुए राज्य सरकार ने इस पर रोक लगा दी है।

चंडीगढ़ में पहले ही इस पर बैन है। सुरक्षा के मद्देनजर हरियाणा में फ्लाइंग जोन में ड्रोन से फोटोग्राफी पर रोक है। राजधानी नई दिल्ली के कई संवेदनशील इलाकों में भी ड्रोन से फोटोग्राफी पर रोक लगाने की बात है।

दरअसल अब तक कैमरामेन के लिए कई सीमाएं होती थीं, जैसे हाथ में कैमरा लेकर एक ही स्पॉट से पूरे समारोह को कवर करना, लेकिन अब हेलीकैम यानी ड्रोन द्वारा पूरे समारोह को हर कोने से कवर किया जा रहा है।

यह वीडियो कवरेज वहां लगे एलईडी पर भी दिखाया जा रहा होता है। मिडा एंटरटेनमेंट के संचालक चेतन मिडा ने बताया कि दून में तो ड्रोन फोटोग्राफी का चलन काफी बढ़ा है। यहां सहारनपुर, दिल्ली, पंजाब से इनकी व्यवस्था की जाती है।

ऐसे करता है काम
ड्रोन नाम के यह हेलीकैम जीपीएफ के माध्यम से चलते हैं। इनकी कमांड रिमोट से दी जाती है। ड्रोन में कैमरा और मेमोरी कार्ड लगे होते हैं। जिससे रिकार्डिंग सेव होती चली जाती है। रिमोट कंट्रोल से रिकार्डिंग की जाती है।

दो महीने में हमारे होटल में दस शादियां हो चुकी हैं। जिनमें लगातार हेलीकैम यानी ड्रोन घूमते रहे। ड्रोन ने होटल से भी ऊपर जाकर बेहतर कवरेज किया। ड्रोन और अन्य महंगे कैमरों के इस्तेमाल पर 55 हजार से डेढ़ लाख तक का अतिरिक्त खर्च पड़ता है।

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