श्रीदेवी की डेब्यू फिल्म, सोलवां सावन के दौरान भी श्रीदेवी की असली उम्र थी 16 साल
13 अगस्त को श्रीदेवी की 55वीं बर्थ एनिवर्सरी है। चार दशक से ज्यादा एक्टिंग वर्ल्ड में सफल और इंडस्ट्री की पहली लेडी सुपरस्टार रहीं श्रीदेवी की पहली बॉलीवुड फिल्म जूली मानी जाती है, लेकिन श्रीदेवी की पहली बॉलीवुड फिल्म 1972 में आई ‘रानी मेरा नाम’ थी। इस फिल्म में श्रीदेवी ने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम किया था। चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर श्रीदेवी की बाकी भाषाओं की डेब्यू फिल्में भी अलग थीं।
श्रीदेवी से जुड़े ऐसे ही 7 किस्से
ये हैं श्रीदेवी की 6 डेब्यू फिल्में : चार साल की उम्र से फिल्मों में काम करने वाली श्रीदेवी की बॉलीवुड में लीड एक्ट्रेस के तौर पर फिल्म आई थी सोलवां सावन। 1979 में यह फिल्म तब आई थी जब श्रीदेवी खुद 16 साल की थीं। श्रीदेवी ने आखिरी बार ‘मॉम’ फिल्म में काम किया, जो 7 जुलाई 2017 में हुई थीं। इसके पहले वे 2012 में आई फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ में नजर आई थीं। बाकी डेब्यू फिल्में –
भाषा | फिल्म | रिलीज ईयर | श्रीदेवी की उम्र और रोल |
तमिल | कंधन करुनाई | 1967 | उम्र 4 साल – बाल मुरुगन |
मलयालम | कुमार संभव | 1969 | उम्र 6 साल |
तेलुगु | मां नन्ना निर्दोषी | 1970 | उम्र 7 साल |
हिन्दी | रानी मेरा नाम | 1972 | उम्र 9 साल – छोटी रानी |
कन्नड़ | भक्त कुम्बारा | 1974 | उम्र 11 साल – |
ठुकराई थी हाॅलीवुड फिल्म : 1993 में स्टीवन स्पिलबर्ग ने ‘जुरासिक पार्क’ में श्रीदेवी को छोटा सा रोल ऑफर किया था। तब उन्होंने इस रोल को करने से ये कहकर साफ मना कर दिया था कि वह उनके कद के मुताबिक नहीं है।
103 डिग्री बुखार में शूट किया था सॉन्ग : 1989 में रिलीज आई श्रीदेवी की फिल्म ‘चालबाज’ में उन्होंने सुपरहिट गाना ‘न जाने कहां से आई है’ शूट किया था। शूटिंग के दौरान उन्हें 103 डिग्री बुखार था। इतने तेज बुखार और तपते शरीर के बाद भी श्रीदेवी ने शूटिंग बारिश में की थी।
डर में विलेन बनना चाहती थीं श्रीदेवी : फिल्म ‘डर’ में श्रीदेवी विलेन का किरदार निभाना चाहती थीं। मेकर्स चाहते थे जूही चावला वाला किरदार श्रीदेवी निभाएं, लेकिन वे नहीं मानी। मनमुताबिक रोल न मिलने के कारण श्रीदेवी ने फिल्म में काम करने से मना कर दिया था।
श्रीदेवी के लिए लिखी थी बाजीगर : श्रीदेवी को ध्यान में रखकर अब्बास-मस्तान ने फिल्म ‘बाजीगर’ की कहानी लिखी थी। फिल्म में श्रीदेवी का डबल रोल था। बाद में मेकर्स को लगा कि अगर शाहरुख फिल्म में एक को मार देगा तो दर्शकों की सहानुभूति हीरो को नहीं मिल पाएगी। दोबारा रोल लिखा गया और अब्बास-मस्तान ने बहनों के तौर पर दो नए चेहरे शिल्पा शेट्टी और काजोल को कास्ट किया।
जुम्मा-चुम्मा गर्ल होती श्रीदेवी : रमेश सिप्पी ने अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी को लेकर 80 के दशक के दौरान एक फिल्म लॉन्च की। लॉन्चिंग इवेंट के लिए लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने एक गाना तैयार किया, जुम्मा चुम्मा दे दे। फिल्म बन नहीं पाई और डब्बाबंद हो गई। डायरेक्टर रोमेश शर्मा जब हम बना रहे थे, तब उन्होंने रमेश सिप्पी से सॉन्ग को फिल्म में लेने की बात कही और रमेश ने हामी भर दी।
हिन्दी की डबिंग करती थीं नाज : शुरुआती दौर में श्रीदेवी को हिंदी बोलने में थोड़ी दिक्कत होती थी। कहा जाता है कि ‘आखिरी रास्ता’ फिल्म में श्रीदेवी की आवाज रेखा ने और इससे पहले उनकी कई फिल्मों में मशहूर एक्ट्रेस नाज उन्हें अपनी आवाज दी थी। 13 साल की उम्र में श्रीदेवी ने साउथ सुपरस्टार रजनीकांत की मां का रोल किया था। फिल्म का नाम ‘मूंदरू मुदित’ था।