उत्तर प्रदेश

सर्वाधिक पदकों के लिए देश-विदेश की टीमों में रही होड़

इण्डिया इण्टरनेशनल मैथमेटिक्स कम्पटीशन (इण्डिया आईएमसी-2017) का तीसरा दिन

लखनऊ। सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में चल रही पाँच दिवसीय ‘इण्डिया इण्टरनेशनल मैथमेटिक्स कम्पटीशन (इण्डिया आईएमसी-2017)’ का तीसरा दिन आज गतिणत की व्यक्तिगत व टीम स्पर्धाओं के नाम रहा। इण्डिया आईएमसी-2017 के प्रतिभागी 30 देशों के बाल गणितज्ञों के बीच अधिक से अधिक पदक जीतने की होड़ लगी रही और देश-विदेश के सभी छात्रों ने अपने पूरे जोर-शोर व उत्साह से इन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। इन प्रतियोगिताओं में गणित की विभिन्न शाखाओं से जैसे अंकगणित, बीजगणित, रेखा गणित, सांख्यिकी इत्यादि से प्रश्न पूछे गये। अधिकतर सवाल रोजमर्रा के जीवन से सम्बन्धित थे जिससे छात्रों में गणित के प्रति और अधिक रुचि उत्पन्न हो। इससे पहले आज प्रातःकालीन सत्र की शुरुआत सर्वधर्म एवं विश्व शान्ति प्रार्थन से हुई जिसके माध्यम से ईश्वरीय एकता व आध्यात्मिकता का आलोक प्रवाहित हुआ। इसके उपरान्त प्रतियोगिताओं का सिलसिला आरम्भ हुआ जिसके अन्तर्गत व्यक्तिगत प्रतियोगिता में विभिन्न देशों के बाल गणितज्ञों ने प्रतिभाग कर अपनी गणित क्षमता का जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में अधिकतर प्रश्न तर्कसंगत एवं मानसिक योग्यता पर आधारित थे जिसमें गणित के प्रश्नों को दैनिक जीवन से जोड़ने का प्रयास किया गया है जिससे छात्रों में केवल किताबी ज्ञान के अलावा व्यावहारिक ज्ञान का विकास भी हो। इसी प्रकार समूह प्रतियोगिता में देश-विदेश के छात्रों ने अपनी गणितीय प्रतिभा का अभूतपूर्व प्रदशर्न किया। प्रतियोगिता में छात्र टीमों ने सम्मिलित रूप से गणित के सवालों को हल किया। इन प्रतियोगिताओं की खास बात यह थी विभिन्न देशों के छात्रों को गणित के सवाल उन्हीं की मातृभाषा में उपलब्ध कराये गये जिससे प्रश्नों को समझने व हल करने में पेरशानी न हो।

अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में देश-विदेश की प्रतिभागी छात्र टीमों एवं टीम लीडरों से पत्रकारों से बातचीत की और इस आयोजन पर दिल खोलकर अपने जज्बात जाहिर किये। फिलीपीन्स से पधारे छात्रों ने सी.एम.एस. के वातावरण की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें गणित में अपनी प्रतिभा संवारने के साथ-साथ अन्तर्राष्ट्रीय पर खरा उतरने का मौका मिला है। इण्डोनेशिया से पधारे छात्रों ने कहा कि ‘इण्डिया आईएमसी-2017’ में भाग लेकर उन्हें सबसे बड़ा लाभ यह हुआ है कि कई देशों के बच्चे उनके मित्र बन गये हैं। थाईलैण्ड से पधारे छात्रों ने कहा कि हम सबका कर्तव्य है कि सम्पूर्ण मानवता की भलाई के लिए काम करें। हमें अपने ज्ञान का उपयोग मानवता की भलाई के लिये करना चाहिए न कि उसके विनाश के लिए। इसी प्रकार देश-विदेश से पधारे अन्य प्रतिभागी छात्रों का कहना था कि सी.एम.एस. में एकता व शान्ति का ही माहौल है। इससे विभिन्नता में एकता का संदेश मिलता है जो हम अपने देश वापस ले जायेंगे।

इण्डिया आईएमसी-2017 की संयोजिका व सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. की प्रधानाचार्या मंशारमानी ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय आयोजन में कई देशों के बच्चे व गणित विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं जो इस बात का प्रमाण है कि यहाँ केवल पढ़ाई की गणित नहीं बल्कि एकता का गणित भी दिखाई पड़ रहा है। प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जुटे बाल गणितज्ञ गणित के विविध अनुप्रयोगों के माध्यम से अपने मन-मस्तिष्क को प्रखर करने में संलग्न है किन्तु इसकी सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब हम अपने ज्ञान का सही उपयोग करें व अपनी ऊर्जा को समाज की भलाई में लगायें। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस के तत्वावधान में आयोजित हो रहे इण्डिया आईएमसी-2017 के प्रतिभागी विभिन्न देशों के छात्र यहाँ पर गणित की नवीन जानकारियाँ प्राप्त कर रहे हैं, साथ ही आपसी विचार विमर्श से एक-दूसरे की सभ्यता व संस्कृति से भी रूबरू हो रहे हैं। श्री शर्मा ने बताया कि 30 देशों से पधारे छात्र कल 29 जुलाई को सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में पधारेंगे, जहाँ सायं 5.00 बजे प्रतिभागी टीमों, टीम लीडरों व गणित विशेषज्ञों के सम्मान में ‘साँस्कृतिक संध्या’ का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर देश-विदेश से पधारी छात्र टीमें में रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक के मध्यम से अपने-अपने देशों के लोकनृत्यों की मनोहारी छटा प्रस्तुत करेंगे।

 

Related Articles

Back to top button