अजब-गजब

सालों से भिखारी के फूले हुए पेट का कुछ इस तरह खुला राज, हकीकत जान लोगों के पैरों तले खिसक गई जमीन

अजब गजब: आप जब पैदल कही जाते है या गाड़ी में होते है और आपकी गाड़ी किसी चौराहे पर रुकती है तो अकसर आपसे कोई ना कोई भिखारी पैसे मागने जरुर आता होगा और उसके बार-बार पैसे मांगने पर आपको उस पर दया आ जाती है और आप उसको पैसे भी दे देते होंगे पर अगर हम उस भिखारी को भिखारी ना बोलकर करोड़पति भिखारी कहे तो? यह आपको किसी मजाक से कम नहीं लगेगा। अगर कोई करोड़पति होगा तो वह भिखारी कैसे होगा। लेकिन जनाब समय बदल चुका है। आजकल भीख मांगना सबसे फायदे का काम बन गया है। आज के समय में कुछ ऐसे भिखारी भी हैं, जो किसी करोड़पति से कम नहीं हैं।

सड़को पर दिन-रात घूमने वाले एक दिमागी रूप से बीमार लग रहा एक भिखारी जब बीच सड़क पर अचानक बेहोश होकर गिर गया तब वहां लोगों की भीड़ जमा हुई तो लोगों को पहले तो कुछ समझ नहीं आया पर जब लोगों को कुछ नहीं सुझा तो उन्होंने पहले तो उसके कपड़े खोलने की कोशिश कि और जब हिम्मत करके उन्होंने उसके कपड़े खोले तो सभी की आंखें फटी रह गई लोगों को यकीन नहीं हुआ कि ऐसा भी हो सकता है। भिखारी के पेट पर एक गत्ते का डिब्बा बंधा हुआ था, उसमें भारी मात्रा में फटे-पुराने और कई तरह के नोटों के अलावा 1 से 10 रुपए तक के सिक्के भी मिले है जो पूरी तरह से जंग खाए हुए थे। भिखारी के पास लगभग 2100 रुपए के तो सिक्के ही जब्त हुए है और भिखारी के पास इतने नोट है जिनका कोई हिसाब ही नहीं लगा सकता है। उसके पास पैसो की संख्या अनगिनत थी जिसका आप अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते है.

भिखारी के कपड़ो से इतनी ज्यादा बदबू आ रही थी जिसको खोलने में अगर जरा भी देर होती तो भिखारी की मौके पर ही मौत हो सकती थी। भिखारी के कपड़े इतने ज्यादा कड़े हो गए थे कि लोगों को इन्हें फाड़ने के लिए चाकू की मदद लेनी पड़ी। पुलिस ने इस घटना के बाद भिखारी को जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती कराया डॉक्टरो ने उसकी हालत अब ठीक बताई है।

पुलिस का कहना था कि एक भिखारी पुराने कंट्रोल रूम से बापूबाजार वाले मार्ग पर पागलों की तरह लोगों के पीछे दौड़ रहा था। शोर-शराबे के बीच वह अचानक गिर गया। जब वह गिरा तो एक दम बेहोश हो गया और उसके मुंह से झाग निकलने लगे। लोगों को पहले तो कुछ समझ नहीं आया कि आखिर भिखारी को एक दम से हुआ क्या है पर कुछ ही देर में लोगों को सब समझ आ गया। लोगों ने जल्दी-जल्दी में उसके कपड़े खोले। भिखारी ने एक नहीं बल्कि चार से पांच शर्ट पहने हुई थी जो बारिश की वजह से पूरी तरह से भीग गए थे। नमी की वजह से भिखारी के पूरे शरीर पर फफोले और चकते पड़े हुए थे। इन कपड़ों पर भिखारी ने तार की मदद से जोर से कस कर गत्ते का कार्टून की मदद से बांधा हुआ था,उसने साथ ही थैलियां व मैले कुचले फटे कपड़े जोर से बांध रखे थे। इनमें कागज, थैलियों के बीच पुराने नोट के साथ ही सिक्के भी बहुत अधिक संख्या में रखे हुए थे।

फूले पेट का खुला राज

पुलिस को कपड़ों के बीच गत्ते के डिब्बे में बहुत अधिक संख्या में नोट और सिक्के मिले है। नोट पूरी तरह से फटे-पुराने थे। सिक्कों पर जंग लगा हुआ था। लोगों ने बताया कि यह भिखारी उदियापोल से देहलीगेट के बीच ही घूमता रहता था, छेडऩे पर यह हर किसी के पीछे मारने तक दौड़ता। इसका पेट काफी आगे निकल रखा हुआ है इसकी वजह से वंहा रहने वाले सभी लोग उसको अच्छे से जानते है। अगर गलती से उसको कोई हाथ भी लगा देता तो वह उस इंसान पर पत्थर तक मार देता और घायल कर देता है। वह जब भी बाजार में निकलता है तो उस दौरान वह हर किसी कुछ ना कुछ बोलता रहता है। अचानक जब यह भिखारी बेहोश हुआ तो उसके कपड़े फाडे गए तो उसके फूले हुए पेट पर कचरा, नोट व सिक्के मिले।

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