लखनऊ

साहित्यकार पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने कैंसर पीड़ितों के तीमारदारों के साथ मनाया जन्मदिन

निःशक्त तीमारदारों को कराया भोजन, बीमार बच्चों को बाँटे फल व खिलौने


लखनऊ : साहित्यकार व लेखक पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ आज अपना जन्मदिवस बड़े ही अनूठे अंदाज में मनाकर समाज के कमजोर व निःशक्त जनों के प्रति संवेदनशील होने का संदेश दिया। जन्मदिवस के अवसर पर पं. शर्मा ने आज किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ में कैंसर पीड़ित मरीजों के 250 से अधिक तीमारदारों को निःशक्त तीमारदारों को भोजन कराकर खुशी का इजहार किया। इस अवसर पर पं. शर्मा ने विभिन्न वार्डो में जाकर बीमार बच्चों को फल व खिलौने बाँटे। यह आयोजन विजय श्री फाउण्डेशन की ‘प्रसादम सेवा’ के अन्तर्गत सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर अनेक पत्रकार, साहित्यकार, लेखक, प्रशासनिक अधिकारी, प्रसादम सेवा के कार्यकर्ता, पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ के परिवारीजन व मित्रगण आदि उपस्थित थे। विदित हो कि अभी हाल ही में पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ विजय श्री फाउण्डेशन की प्रसादम् सेवा के संरक्षक मनोनीत किये गये हैं।

इस अवसर पर पं. शर्मा ने स्वच्छता एवं शुचिता से परिपूर्ण वातावरण में मरीजो के तीमारदारों को बड़े ही सेवा भाव से फर्श पर बैठाकर एवं आगे चैकी रखकर थालियों में भोजन परोसकर खिलाया। पूरी-सब्जी, छोला, हलवा, फल व मेवा से भरपूर स्वादिष्ट व्यंजन से तीमारदार बेहद संतुष्ट दिखे और सभी ने दिल खोलकर पं. शर्मा को जन्मदिवस की बधाइयां दी और उनके स्वस्थ व दीर्घायु जीवन की कामना की। इससे पहले, पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने ‘सेवा ज्योति’ प्रज्ज्वलित कर मरीजों के तीमारदारों के लिए भोजन का शुभारम्भ किया। पं. शर्मा के निजी सचिव राजेन्द्र चैरसिया ने बताया कि प्रसादम् सेवा के अन्तर्गत किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में मरीजो के तीमारदारों को सेवा भाव से भोजन कराया जाता है तथापि संरक्षक के रूप में पं. शर्मा ने अपने जन्मदिवस पर इस पुनीत कार्य का निर्णय लिया है।

श्री चौरसिया ने बताया कि साहित्य व पत्रकारिता के क्षेत्र योगदान के अलावा पं. शर्मा समाजसेवा के क्षेत्र में भी अत्यन्त सक्रिय हैं तथापि बड़े मंगल पर भण्डारा, रोजा-इफ्तार, स्वतन्त्रता दिवस समारोह आदि विभिन्न कार्यक्रमों में आपकी महती भूमिका रही है। पं. शर्मा अब तक 15 पुस्तकें लिख चुके हैं और उनका लेखन अनवरत जारी है। प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति समेत देश-विदेश की अनेकों प्रख्यात हस्तियों ने आपके लेखन को सराहा है। आपको उत्तर प्रदेश हिन्दी साहित्य संस्थान के ‘गुलाब राय सर्जना’ पुरस्कार के अलावा अनेको पुरस्कारों व सम्मानों से नवाजा जा चुका है।

Related Articles

Back to top button