उत्तर प्रदेशलखनऊ

सीएम ने दिलाई बुलेट बिटिया की शादी के लिए, पुलिस ने हड़प ली

आलमबाग के कासिमपुर पकरी निवासी टाइल्स कारीगर महेश शर्मा की बेटी विनीता की शादी में सीएम अखिलेश यादव की तरफ से मिला रॉयल एनफील्ड बाइक का तोहफा अलीगंज पुलिस ने हड़प लिया।Bullet4

महेश शर्मा का लेन-देन को लेकर श्याम कुमार से विवाद चल रहा था। श्याम की शिकायत पर पुलिस ने महेश को बुलाया और बाइक रखवा ली। अगले ही दिन अलीगंज पुलिस ने यह बाइक अपने एक परिचित को सौंप दी। करीब छह महीने चलाने के बाद बाइक लेकर श्याम कुमार नोएडा चला गया।

महेश ने सोमवार को एसएसपी मंजिल सैनी से अलीगंज पुलिस की शिकायत की। महेश ने बताया कि बीती 27 मई को बेटी की शादी हुई है।

करीब छह महीने पहले महेश ने सीएम से मिलकर बेटी की शादी के आड़े आ रही आर्थिक तंगी की जानकारी दी तो उन्होंने बाइक के लिए रुपये दिलाए थे।

इसी रकम से महेश ने रॉयल एनफील्ड बाइक खरीदी। हालांकि, बेटी की शादी का तोहफा अलीगंज पुलिस ले गई। महेश का कहना है कि अलीगंज निवासी श्याम कुमार से उसका लेन-देन का विवाद था। श्याम ने अलीगंज पुलिस से शिकायत की।

बीती 24 फरवरी को उसने महेश को अलीगंज स्थित संस्कृत भवन बुलाकर पुलिस के हवाले कर दिया। बकौल महेश, पुलिस ने उसकी बाइक छीन ली और तीन दिन तक थाने में बैठाए रखा। रुपये देने पर बाइक लौटाने की बात पर उसे छोड़ा गया।
पुलिस का करीबी चला रहा था बाइक

डेमो
महेश का कहना है कि वह रुपये का इंतजाम करने लगा, इस बीच पुलिस ने उसकी बाइक अपने परिचित को सौंप दी। पांच महीने पुलिस का करीबी बाइक चलाता रहा और महेश थाना के चक्कर लगाते रहे।

सोमवार को महेश ने एसएसपी मंजिल सैनी से मिलकर शिकायत की। एसएसपी ने उसे अलीगंज थाना भेजा तो पता चला कि बाइक लेकर श्याम कुमार नोएडा चला गया है। अलीगंज सीओ ने श्याम कुमार को बाइक लेकर आने के निर्देश दिए हैं।

श्याम और महेश की मुलाकात बीते वर्ष हुई थी। श्याम नौकरी की तलाश कर रहा था। महेश ने उसे हजरतगंज स्थित प्रिंस मार्केट में कंसलटेंसी फर्म के संचालक सुरेश पटेल के पास भेजा।

यहां नौकरी दिलाने के नाम पर श्याम कुमार से करीब एक लाख रुपये वसूले गए। नौकरी न मिलने पर श्याम रुपये वापस मांगता तो उसे टरका दिया जाता। पीड़ित श्याम ने पुलिस से शिकायत की।

महेश ने कहा कि श्याम से नौकरी के नाम पर सुरेश पटेल ने रुपये हड़पे थे। वह भाग गया तो पुलिस उस पर दबाव बना रही है। तीन दिन थाने पर रखा।

श्याम को देने के नाम पर एक लाख रुपये वसूले और दो लाख रुपये और देने की बात जबरन सादे कागज पर लिखवा ली। परेशान महेश ने एक मंत्री और एक आला अधिकारी से फोन कराया फिर भी उसकी बाइक वापस मिली न ही रुपये।

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