मुंबई: सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई के कैंपा कोला कंपाउंड में बने अवैध निर्माण को ढहाने के लिए बीएमसी की कार्रवाई पर 31 मई 2014 तक के लिए रोक लगा दी है। इससे पूर्व मुंबई के कैंपा कोला कंपाउंड में बने अवैध निर्माण को ढहाने के लिए आज बीएमसी और पुलिस कंपाउंड में दाखिल हुई थी। यहां के लोग लगातार इस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे। कंपाउंड में दाखिल होने के लिए पुलिस को गेट भी तोड़ना पड़ा। इसके साथ ही पुलिस और लोगों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट की मियाद खत्म होने के बाद मंगलवार को बीएमसी की टीम कैंपाकोला कंपाउंड पहुंची थी। पहले तो वहां रहने वाले लोगों ने उन्हें कंपाउंड में घुसने नहीं दिया था। बातचीत के बाद बीएमसी के पांच कर्मचारियों को कंपाउंड में जाने देने पर सहमति बनी और उन्होंने बिजली और पानी के कनेक्शन काटने के लिए कंपाउंड के लोगों के साथ ही फ्लैट का जायजा लिया था। कोर्ट का निर्देश आते ही बीएमसी की कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों के चेहरे खुशी से खिल गए और जश्न मनाने लगे। कुछ देर पहले तक ये लोग मायूसी में डूबे थे और बीएमसी का विरोध कर रहे थे। लेकिन कोर्ट का निर्देश आते ही एक दूसरे से गले मिल खुशी के आंसू बहाने लगे और अपनों को फोन पर इसकी जानकारी देते दिखे। आज सुबह-सुबह मुंबई के वर्ली इलाके में कैंपा कोला कंपाउंड में तोड़फोड़ की कार्रवाई के लिए बीएमसी का दस्ता पहुंचा। बीएमसी की टीम भरी पुलिस बल के साथ पहुंची। सुबह-सुबह पहुंची बीएमसी की टीम को सोसायटी के लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। लोग आज भी बीएमसी के अधिकारियों को अंदर नहीं घुसने नहीं दे रहे थे। लेकिन बीएमसी की टीम पुलिस की मदद से अंदर पहुंच गई है और तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी। बीएमसी ने बुलडोजर की मदद से सोसायटी के गेट को तोड़ दिया। लेकिन सोसायटी के लोग लगातार इस कार्रवाई का भारी विरोध किया और हटने को तैयार नहीं थे। पुलिस जबरन इन्हें पकड़कर बाहर ले जा रही थी।