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‘स्टार्ट अप’ और ‘असहिष्णुता’ दोनों साथ-साथ नहीं हो सकते : राहुल गांधी

rg650x400_635885460355537338बई: केंद्र की महत्वाकांक्षी स्टार्ट अप योजना शुरू होने के साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि स्टार्ट अप कंपनियों को बढ़ावा देना और ‘असहिष्णु’ होने में विरोधाभास है।

राहुल ने साथ ही कहा कि आरएसएस की भारत के लिए बहुत ही ‘गैर लचीली दृष्टि’ है और स्टार्ट अप कंपनियों को विचारों के मुक्त प्रवाह की जरूरत होती है।

उन्होंने मुंबई के उपनगरीय इलाके विले पार्ले में प्रबंधन छात्रों के साथ बात करते हुए कहा, ‘दुनिया कैसी होनी चाहिए इसे लेकर सत्तारूढ़ वर्ग खासकर आरएसएस का एक साफ विचार है। उनकी भारत के लिए जो दृष्टि है, वह मेरी राय में बहुत ही गैर लचीली है। इस देश को लचीलेपन, खुलेपन और विचारों के प्रवाह की जरूरत है।’

राहुल ने कहा, ‘यह कहने में बहुत विरोधाभास है कि मैं स्टार्ट अप चाहता हूं, लेकिन मैं असहिष्णु रहूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप असहिष्णु हैं तो आप अर्थव्यवस्था और स्टार्ट अप के मोर्चे पर नाकाम होंगे।’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘स्टार्ट अप कंपनियों को विचारों का मुक्त प्रवाह चाहिए। अगर मैं कहूं कि आप एक महिला हैं और आपकी जगह रसोईघर में है तो मैं आपकी स्वतंत्रता पर रोक लगा रहा हूं।’ उन्होंने साथ ही आरोप लगाया कि बीजेपी लोगों को वर्गीकृत करती है।

राहुल ने कहा, ‘उनके लिए कोई हिन्दू है, कोई मुसलमान तो कोई महिला है। मैं वर्गीकरण नहीं करता। हमारे और उनके बीच में यही अंतर है।’ उन्होंने छात्रों से लोगों, चीजों और उद्योगों पर कोई ठप्पा ना लगाने के लिए कहा।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि उनकी पार्टी ने GST के संबंध में जो परिवर्तन सुझाए हैं उन्हें सरकार मान ले तो पार्टी राज्यसभा में 15 मिनट के अंदर इसे पास कर देगी।

 

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