उत्तर प्रदेशराज्य

‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ देखने पहुंचे योगी आदित्यनाथ, बने सबसे पहले VIP गेस्ट

देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा होने का गौरव प्राप्त है. 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका अनावरण किया, जिसके साथ ही ये जगह पर्यटकों के लिए खुल गई है. आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का दीदार किया.'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' देखने पहुंचे योगी आदित्यनाथ, बने सबसे पहले VIP गेस्ट

इसी के साथ ही उत्तर प्रदेश के सीएम ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ जाने वाले पहले वीआईपी विजिटर बन गए हैं. योगी के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी मौजूद रहे. बता दें कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नर्मदा जिले के सरदार सरोवर बांध से करीब 3.5 KM की दूरी पर साधु-बेट टापू पर बनी यह विश्व की सबसे ऊंची (182 मीटर) मूर्ति है.

मूर्ति का अनावरण होने के बाद वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने यहां फ्लाईपास्ट किया, इसके अलावा मिग हेलिकॉप्टरों के द्वारा मूर्ति पर फूल भी बरसाए गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मूर्ति के पास पहुंच कर यहां पूजा-अर्चना की. प्रतिमा के बाद ‘वैली ऑफ फ्लोवर्स’, टेंट सिटी भी हैं.

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में खास बातें…

– मूर्ति की लंबाई 182 मीटर है और यह इतनी बड़ी है कि इसे 7 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता है. बता दें कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ ऊंचाई में अमेरिका के ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ (93 मीटर) से दोगुना है.

– इस मूर्ति में दो लिफ्ट भी लगी है, जिनके माध्यम से आप सरदार पटेल की छाती पहुंचेंगे और वहां से आप सरदार सरोवर बांध का नजारा देख सकेंगे और खूबसूरत वादियों का मजा ले सकेंगे. सरदार की मूर्ति तक पहुंचने के लिए पर्यटकों के लिए पुल और बोट की व्यवस्था की जाएगी.

– आपको बता दें, यह स्टैच्यू 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवा में भी स्थिर खड़ा रहेगा. यह 6.5 तीव्रता के भूकंप को भी सह सकता है. इस मूर्ति के निर्माण में भारतीय मजदूरों के साथ 200 चीन के कर्मचारियों ने भी हाथ बंटाया है. इन लोगों ने सितंबर 2017 से ही दो से तीन महीनों तक अलग-अलग बैचों में काम किया.

– बता दें, इसके लिए मूर्ति के 3 किलोमीटर की दूरी पर एक टेंट सिटी भी बनाई गई है. जो 52 कमरों का श्रेष्ठ भारत भवन 3 स्टार होटल है. जहां आप रात भर रुक भी सकते हैं. वहीं स्टैच्यू के नीचे एक म्यूजियम भी तैयार किया गया है, जहां पर सरदार पटेल की स्मृति से जुड़ी कई चीजें रखी जाएंगी.

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