स्वीडन से अमेरिका तक सैकड़ों कारोबार पर साइबर हमले, हैकर्स ने मांगी 50 लाख डॉलर तक की फिरौती
न्यूयार्क। स्वीडन की सबसे बड़ी किराना श्रृंखला समेत दुनिया भर के सैकड़ों व्यवसायिक प्रतिष्ठान शनिवार को साइबर हमले से जूझते रहे। इन प्रतिष्ठानों को साफ्टवेयर सेवा प्रदाता कंपनी कासेया ने बताया कि वह शनिवार को साइबर हमले का शिकार बना। इस साफ्टवेयर कंपनी ने 40,000 से अधिक संगठनों को अपनी सेवाएं दे रखी हैं। जानकारी के अनुसार कई कारोबारियों से 50 लाख डालर तक की फिरौती मांगी गई। सुरक्षा शोधकर्ताओं ने कहा कि हो सकता है कि हमला एक रूसी साइबर अपराधी समूह रेविल द्वारा किया गया हो। एफबीआई ने मई में दुनिया के सबसे बड़े मीट प्रोसेसर, जेबीएस की हैकिंग के पीछे इसी समूह का हाथ बताया था।
सुरक्षा कंपनी यूबिको के साइबर सुरक्षा शोधकर्ता सेबस्टियन एल्फोर्स के अनुसार स्वीडन में किराना रिटेलर कूप को शनिवार को अपने कम से कम 800 स्टोर बंद करने पड़े। कूप स्टोर्स के बाहर साइनबोर्ड लगाकर ग्राहकों को बताया गया कि हम एक बड़ी आइटी गड़बड़ी की चपेट में आ गए हैं। फिलहाल हमारे सिस्टम ठप हैं।एलफोर्स ने कहा कि इस साइबर हमले से स्वीडिश रेलवे और एक बड़ी फार्मेसी चेन भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। यह साइबर अटैक विनाशकारी साबित हुआ है।हमले की जानकारी शुक्रवार को सार्वजनिक हुई। कासेया ने बताया कि वह इस संभावना की जांच कर रहा है कि वह साइबर हमले का शिकार हुआ है।
कंपनी ने ग्राहकों से आग्रह किया कि वे अपने सिस्टम प्रबंधन प्लेटफॉर्म का उपयोग करें, जिसे वीएसए कहा जाता है। हमलावरों द्वारा ठगी के प्रयास की संभावना से बचने के लिए अपने सर्वर तुरंत बंद कर दें।कासेया के सीईओ फ्रेड वोकोला ने शनिवार को एक बयान में कहा कि हमले से 40 से भी कम ग्राहक प्रभावित हुए। लेकिन इनमें से ज्यादातर प्रबंधित सेवा प्रदाता हैं। जिनसे बहुत से लोग जुड़े हैं। उधर यूनाइटेड स्टेट्स साइबर सिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी ने शुक्रवार को अपनी वेबसाइट पर एक बयान में इस घटना को सप्लाई चेन रैंसमवेयर हमला बताया। इसने कासेया के ग्राहकों से अपने सर्वर बंद करने का आग्रह किया है।