लखनऊ। सिर्फ हंगामा खड़ा करना हमारा मकसद नही हमारी कोशिश है कि विद्यार्थियों की सूरत बदलनी चाहिए। उक्त उद्गार प्रतिष्ठित संस्थान ध्येय आईएएस के संस्थापक व डायरेक्टर विनय सिंह ने इस वर्ष के सिविल सेवा परीक्षा के टापर्स का भव्य सम्मान समारोह में व्यक्त की। उन्होंने अपने जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं और उनसे प्रेरित होकर आईएएस की कोचिंग खोलने तक के सफर की दास्ता बंया की । श्री सिंह ने यह भी बताया कि शिक्षा रूपी इस मंदिर के सहयोग से अबतक करीब 500 आईएएस महारथ हासिल कर अपने माता पिता सहित प्रदेश व देश का नाम रोशन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चाहे परीक्षा छोटी हो बड़ी सभी छात्र को सिर्फ अपने लक्ष्य को देखते हुए लगन से तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जो छात्र अपने लक्ष्य से नहीं भटकते उनके पास कामयाबी खुदबखुद चलकर आयेगी। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार रामकुमार सिंह ने सर्वप्रथम मंचासीन रहे आईएएस टापर्सो को बधाई दी। उन्होंने संस्थान के अन्य अध्ययनरत छात्रों को परीक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी देते अपने अनुभव साझा किये। जानकारी के मुताबिक ध्येय संस्थान से सिविल सेवा परीक्षा वर्ष 2014 के अंतिम प्रणाम में 50 से ज्यादा छात्र सफल रहे। सफल विज्ञार्थियों में प्रमुख रूप से लोक बन्धु, शशांक त्रिपाठी, स्वाती अग्रवाल, सावंत कुमार आदि उपस्थित रहे। स्वाच्छिक माहोैल को बलदेने व लक्ष्य को पाने के लिए छात्रों को किन- किन बाधांओं का सामना करना पडता है तथा उनसे कैसे छुटकारा मिल सकता है। इसकी जानकारी उन्होने अपने सम्बोधन में दी। वहीं अन्य मंचस्थ अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त व्यक्त किये। इस मौके पर कई गणमान्य लोग व अन्य छात्र- छात्राएँ मौजूद रहे।