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दिल्ली में तीसरी लहर का पीक समाप्त , निजी दफ्तर खोलने की मिली अनुमति

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से आ रही खबर तो इसी ओर से संकेत कर रही है। साल 2022 की सबसे अच्छी खबर देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया है कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर का पीक पूरा हो चुका है। यानी अब केस बढ़ेंगे नहीं, बल्कि घटते जाएंगे। हालांकि राजधानी में अभी वीकेंड कर्फ्यू बना रहेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने चिट्ठी लिखकर एलजी से कुछ पाबंदियां हटाने की मांग की थी, जिसे खारिज कर दिया गया है। वहीं निजी दफ्तरों को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी गई है।

इससे पहले दिल्ली सरकार ने एलजी को चिट्ठी लिखकर पाबंदियों में छूट का प्रस्ताव रखा था। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस चिट्ठी के जरिए मांग की थी कि दिल्ली में वीकली कर्फ्यू खत्म कर देना चाहिए, साप्ताहिक बाजार खोल देना चाहिए और दफ्तरों को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति देना चाहिए।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, लगता है कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर चली गई है। हालांकि अभी भी यह कहना जल्दबाजी होगी कि क्या राष्ट्रीय राजधानी खतरे से बाहर है। उनके मुताबिक, तीसरी लहर का पीक बीत चुका है, लेकिन संख्या में और गिरावट के बाद ही शहर में प्रतिबंधों में ढील दी जाएगी। पीक चला गया है, लेकिन संक्रमण नहीं। मामलों की संख्या 50 प्रतिदिन से बढ़कर 28,000 हो गई, अब यह घटकर 12,000 हो गई है लेकिन यह अभी भी अधिक है। जब यह और नीचे आएगा, तो हम निश्चित रूप से प्रतिबंध हटा देंगे।

दिल्ली में कोरोना मरने वालों की संख्या 43 तक पहुंच गई, जो पिछले साल जून के बाद सबसे अधिक है। इस महीने अब तक इस वायरस से करीब 400 लोगों की मौत हो चुकी है। परीक्षण किए गए नमूनों के अनुपात की सकारात्मकता दर में 2.38 प्रतिशत की कमी आई। इससे पहले सत्येंद्र जैन कह चुके हैं कि दिल्ली में कोरोना के अधिकांश मरीज जल्दी स्वस्थ्य हो रहे हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही है। यही कारण है कि अस्पतालों में बिस्तर खाली पड़े हैं।

दिल्ली के साथ ही महाराष्ट्र भी उन राज्यों में शामिल हैं जहां कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। यही कारण है कि महाराष्ट्र में स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है। इसी तरह मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु में भी सरकार की हालात पर नजर है और केस कम होने की राहत दी जाएगी।
केरल से खबर है कि यहां केस बढ़ रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक में तय किया गया है कि अभी लॉकडाउन की संभावना नहीं है।

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