17 लिस्टेड कंपनियां, 100 देशों में फैला कारोबार, जानिए कौन लेता है Tata ग्रुप में फैसले?
नई दिल्ली : घर की रसोई में इस्तेमाल होने वाला नमक हो या फिर आसमान की सैर कराने वाला हवाई जहाज देश के सबसे पुराने कारोबारी घरानों में शामिल Tata Group का कारोबार हर सेक्टर में फैला हुआ है.
150 साल से ज्यादा पुराने टाटा ग्रुप की 17 लिस्टेड कंपनियां हैं, जिनका कारोबार करीब 100 देशों में फैला है. इसके अलावा Tata 60 अनलिस्टेड कंपनियों समेत 100 सब्सिडियरी फर्मों को भी संचालित करती है.Tata Son’s में 60% हिस्सेदारी टाटा ट्रस्ट की है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य समेत कई क्षेत्रों में काम करता है. इन एक सैकड़ा कंपनियों की देख-रेख की बात करें तो टाटा संस ग्रुप की मुख्य इन्वेस्टर और प्रमोटर है.
पहले इसकी जिम्मेदारी रतन टाटा के कंधों पर थी, लेकिन उनके इस्तीफे के बाद से एन चंद्रशेखरन काम-काज संभाल रहे हैं. Tata Group की हर कंपनी अपने स्वयं के निदेशक मंडल के मार्गदशर्न और पर्यवेक्षण में इंडिपेंडेंट रूप से संचालित होती है. टाटा की लिस्टेड कंपनियों में प्रमुख Tata Steel, Tata Motors, Titan, Tata Chemical, Tata Power शामिल है. मार्केट में लिस्टेड देश की सबसे बड़ी आईटी सेक्टर की कंपनी टीसीएस (TCS) भी टाटा की ही कंपनी है, जो लोखों लोगों को रोजगार दे रही है.