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वर्ष 2021 ‘एक्वीफर मैपिंग’ कार्यक्रम के तहत 18.4 लाख वर्ग किमी क्षेत्र कवर किया गया

नई दिल्ली: जल शक्ति मंत्रालय ने कहा कि वर्ष 2021 के दौरान एक्वीफर मैपिंग कार्यक्रम के तहत देश में 18.4 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर किया गया है। मैपिंग के लिए कुल चिन्हित क्षेत्र 25 लाख वर्ग किलोमीटर है। जल शक्ति मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि 1 जनवरी से 30 नवंबर 2021 के बीच देश में 3.7 लाख वर्ग किलोमीटर के लिए योजनाएं तैयार की गई हैं।

ये सभी अभ्यास राष्ट्रीय जलभृत मानचित्रण और प्रबंधन कार्यक्रम (एनएक्यूयूआईएम) के हिस्से के रूप में किए गए हैं, जिसमें भूजल प्रबंधन और विनियमन योजना के तहत केंद्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी) द्वारा एक्वीफर मैपिंग और प्रबंधन योजना तैयार करने का अध्ययन किया गया है।

उच्च विभेदन जलभृत मानचित्रण और प्रबंधन के तहत भारत के कुछ हिस्सों में आधुनिक सर्वेक्षण का उपयोग करते हुए जलभृतों की एक उच्च-रिजॉल्यूशन मैपिंग शुरू की है।

एक विज्ञप्ति के अनुसार , यह अध्ययन विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से किया गया है। परियोजना के पहले चरण में लगभग 1 लाख वर्ग किलोमीटर में काम शुरू कर दिया गया है। परियोजना के तहत सर्वेक्षण का उद्घाटन जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) द्वारा किया गया था।

सरकार ने हाल ही में राष्ट्रव्यापी जल संसाधन डेटा के भंडार के रूप में और जल संसाधन डेटा भंडारण, संयोजन, प्रबंधन और प्रसार के लिए एक विश्वसनीय प्रणाली के रूप में राष्ट्रीय जल सूचना विज्ञान केंद्र की स्थापना की है। जल संसाधनों और संबद्ध विषयों जैसे वर्षा, नदी जल स्तर और निर्वहन, भूजल स्तर, जलाशय स्तर, पानी की गुणवत्ता, मिट्टी की नमी आदि पर डेटा उपलब्ध कराया गया है। यह इंडिया डॉट व्रीश डॉट जीओवी डॉट इन के माध्यम से प्रसारित किया जाता है।

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