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28-29 सितंबर 2016 की रात को 8 टीमें, 150 कमांडो, भारत ने ऐसे किया था PoK में सर्जिकल स्ट्राइक

भारतीय सेना ने 28-29 सितंबर 2016 की रात को पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था. सर्जिकल स्ट्राइक के दो साल बाद इस घटना का वीडियो सामने आया है.
18-19 सितंबर, 2016 को उरी बेस कैंप पर आतंकवादियों ने हमला किया था. इस हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. इसी के बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने की योजना बनाई गई थी.

18-19 सितंबर को जैश-ए-मोहम्मद फिदाइन दस्ते ने भारतीय सेना की 12 ब्रिगेड के एडमिनिस्ट्रेटिव स्टेशन पर हमला किया. हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. मौके पर मारे गए आतंकियों से जब्त जीपीएस सेट्स से हमलावरों के पाकिस्तान से जुड़ाव का पता चला था. उरी आतंकी हमले के बाद पकड़े गए दो स्थानीय गाइड्स ने खुलासा किया था कि पाकिस्तानी सेना ने हमलावरों को घुसपैठ में मदद की. उरी आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर थी.

इसके बाद 28-29 सितंबर 2016 की रात को सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया. एक टीम दुश्मन के रडारों की पकड़ से दूर आसमान में तैयार 30 जाबांज भारतीय कमांडो की थी. कलाश्निकोव, टेवर्स, रॉकेट प्रोपेल्ड गन्स, हथियारों से लैस 35,000 फीट की ऊंचाई से तेजी से नीचे उतरते हुए सब कुछ इतने पिन ड्रॉप साइलेंस के साथ हुआ कि जमीन पर किसी को हल्की सी भी भनक नहीं लगे. ठीक उसी वक्त जमीन पर भारतीय सेना के बहादुर स्पेशल फोर्सेज के 7 दस्ते एलओसी के पार पाकिस्तानी बैरीकेड्स से रेंग-रेंग कर आगे बढ़ते हुए. इस ऑपरेशन में कुल 150 जवान शामिल थे. घातक जाबांजों की ये आठों टीम बिना कोई आहट दिए पीओके स्‍थ‍ित टारगेट ठिकानों पर पहुंच गए. फिर अचानक धमाके, स्मोक बमों से हर तरफ धुआं और गोलीबारी कर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया.

हमले से पहले आतंकियों के लॉन्चिंग पैड्स पर खुफिया एजेंसियां एक हफ्ते से नजर रखे हुए थीं. रॉ और मिलिट्री इंटेलिजेंस पूरी मुस्तैदी से आतंकवादियों की एक-एक हरकत पर नजर रखे हुए थी. सेना ने हमला करने के लिए कुल छह कैंपों का लक्ष्य रखा था. हमले के दौरान इनमें से तीन कैंपों को पूरी तरह तबाह कर दिया. हमले में पाकिस्तानी सेना के दो जवान भी मारे गए. साथ ही इस ऑपरेशन में हमारे दो पैरा कमांडोज भी लैंड माइंस की चपेट में आने के कारण घायल हुए.

तत्कालीन डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने तब प्रेस कान्फ्रेंस करके बताया था कि भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया. सर्जिकल स्ट्राइक से दुश्मन को काफी नुकसान पहुंचा. रात साढ़े बारह बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन को साढ़े चार बजे तक खत्म कर लिया गया.

भारतीय सेना के द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक में करीब 50 आतंकी मारे गए थे और कई आतंकी कैंप पूरी तरह से तबाह भी हुए थे.

पूरे ऑपरेशन के दौरान रात में तत्‍कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ऑपरेशन की निगरानी करते रहे. इस दौरान ऑपरेशन की जानकारी लगातार प्रधानमंत्री मोदी को भी दी जा रही थी. अजित डोभाल ने रात ही में अपनी अमेरिकी समकक्ष सूसन राइस से भी बातचीत कर उनको भरोसे में लिया. 

इसके बाद भारतीय सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने की बात को पाकिस्तान लगातार नकारता रहा, लेकिन अब इस वीडियो सबूत के सामने आने के बाद पाकिस्तान का झूठ एक बार फिर से दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है.

अब भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को अरुण शौरी के ‘फर्जिकल स्ट्राइक’ करार देने के बाद ही इसका सबूत सामने आ गया है. सामने आए सबूत से यह साफ हो गया है कि भारतीय जवानों ने पाक सीमा में तीन किलोमीटर अंदर घुसकर दुश्मनों को तबाह कर दिया था.

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