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46 साल किया इंतजार, फिर 70 की उम्र में भरी सूनी गोद

एजेंसी/ kaur_146294541655_650_051116111421एक ओर जहां हमारे समाज में शादी के बाद से ही लड़की को जल्दी से जल्दी मां बनने की सलाह दी जाने लगती है वहां 70 साल की उम्र में किसी महिला का मां बनना वाकई हैरत की बात है.

हालांकि दलजिंदर कौर ऐसा नहीं मानती हैं. उनका कहना है कि वो इतनी भी बूढ़ी नहीं हो गईं थी कि बच्चे को जन्म न दे सकें लेकिन इतना जरूर है कि बच्चे के आ जाने से उनकी जिंदगी पूरी हो गई है.

दो साल तक हरियाणा के एक फर्टिलिटी क्‍लीनिक में ट्रीटमेंट कराने के बाद दलजिंदर ने पिछले महीने एक लड़के को जन्म दिया. दलजिंदर बताती हैं कि उन्होंने इस बच्चे के लिए 46 साल इंतजार किया. एक वक्त तो ऐसा भी आया था जब वो हिम्मत छोड़ चुकी थीं लेकिन अब वो खुद को पूरा महसूस कर रही हैं.

कौर अपनी उम्र करीब 70 साल बताती हैं लेकिन उनके पास जन्‍म प्रमाणपत्र नहीं है. जबकि क्‍लीनिक ने एक बयान में कहा कि उनकी उम्र 72 साल है.

कौर का कहना है कि जब उन्होंने आईवीएफ ट्रीटमेंट के बारे में सुना तो वो बहुत अधिक पॉजिटिव नहीं थीं लेकिन उन्होंने सोचा कि क्यों न इसे एकबार आजमाया जाए.

नेशनल फर्टिलिटी एंड टेस्‍ट ट्यूब सेंटर का कहना है कि 19 अप्रैल को जन्‍मा बच्‍चा बिल्‍कुल स्‍वस्‍थ है. हालांकि जन्म के समय उसका वजन सिर्फ दो किलोग्राम ही था. दलजिंदर और उनके पति मोहिंदर सिंह गिल ही इस बच्चे के बायोलॉजिकल पेरेंट हैं.

दलजिंदर और उनके पति ने बच्चे का नाम अरमान रखा है.

फर्टिलिटी क्‍लीनिक चलाने वाले डॉक्टर अनुराग बिश्‍नोई का कहना है कि शुरुआत में आईवीएफ को लेकर थोड़ी चिंता जरूर थी लेकिन दलजिंदर की रिपोर्ट्स आने के बाद उम्मीद बढ़ गई कि वो बच्चे को जन्म दे सकती हैं. इससे पहले दलजिंदर की दो आईवीएफ साइकल फेल हो गई थी.

हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है जब 70 साल की उम्र में कोई महिला मां बनी हो. इससे पहले 2006 में राजो देवी नाम की महिला ने भी 70 साल उम्र में एक बेटी को जन्म देकर सबको आश्चर्य में डाल दिया था.

 

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