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500-1000 के नोटों पर UP सरकार ने लिया बड़ा फैसला

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नई दिल्ली: UP के CM अखिलेश यादव ने नोटबंदी के बाद राज्य के लोगों को कुछ राहत देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट से 24 नवंबर तक जमीन की रजिस्ट्री करा सकते हैं।

अखिलेश के इस आदेश के बाद यूपी में स्टांप शुल्क और रजिस्ट्रेशन शुल्क में पुराने नोट लिए जा सकेंगे। पालिका की सभी तरह की अदायगी, एआरटीओ ऑफिस, बिजली विभाग में पुराने नोट 24 नवंबर तक चलेंगे। 8 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के 1000 और 500 रुपए के नोट पर बैन में कुछ दिनों की छूट की मांग कर चुके अखिलेश यादव ने खुद ही यह बड़ा फैसला लिया है।
500 और 1000 के पुराने नोट से स्टांप शुल्क और रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा कर सकेंगे। प्रदेश के सभी रजिस्ट्री कार्यालयों में 24 नवंबर तक पुराने नोट चलेंगे। जिन लोगों पर स्टांप शुल्क बकाया है, वह भी जमा कर सकते हैं। नगरपालिका परिषद के सभी प्रकार के भुगतान में भी बंद नोट स्वीकार किए जाएंगे। वाटर टैक्‍स, हाउस टैक्‍स, दुकानों का किराया, पेनल्टी आदि का पैसा भी पुराने नोटों से जमा किया जा रहा है।
 
 
बिजली विभाग बिल पुराने नोटों से ही जमा कर रहा है। बिजली विभाग में 17 करोड़ के लगभग चार दिन में जमा हो चुका है। केंद्र सरकार ने भी 24 नवंबर तक जरूरी चीजों के लिए 500 और 1000 के नोट चलाए जाने की छूट दी है। जिन जगहों पर पुराने नोट चल रहे हैं, उनमें सरकारी अस्पताल, पेट्रोल पंप, शमशान घाट, सरकारी यूटिलिटी बिल शामिल हैं।
 
 
अखिलेश यादव ने मीडिया को बताया कि किसानों को इस नोट बैन में छूट दी जानी चाहिए, जिससे कि वह खाद, बीज, दवाइयां, डीजल आदि खरीद सके। एक किसान के पास कितना पैसा होगा? लेकिन केंद्र सरकार ने किसानों को भी ब्लैक मनी होल्डबर की कैटेगरी में शामिल कर दिया है। यदि किसी के पास 500 और 1000 रुपए के नोट हैं तो क्या् वह ब्लै‍क मनी होल्डकर की कैटेगरी में है। यह गलत है। केंद्र सरकार ने पूरी तैयारी के साथ यह फैसल नहीं किया है। उन्होंने तैयारी पूरी की होती तो लोगों को इतनी परेशानी नहीं होती। 
 
उन्होंने कहा, ‘यदि आपको चेक से सैलरी नहीं मिलती है, तो इसका मतलब यह कि आपकी नौकरी गई। जरा सोचिए कि सरकार के इस फैसले से कितने लोगों की नौकरी जाएगी। यदि आपकी नौकरी चली जाए तो मुझे बताइएगा ‘कड़वी चाय कैसी? स्वाोद किसका खराब हुआ?’ 

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