एजेंसी/ नई दिल्ली : एक बार फिर से केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच ठन गई है। 24 मई को गृह मंत्रालय द्वारा चिठ्ठी लिखकर दिल्ली सरकार से सभी प्रतिनियुक्त अधिकारियों से संबंधित जानकारी मांगी गई थी। इसमें केवल सरकारी ही नहीं बल्कि उन अधिकारियों की भी जानकारी मांगी गई थी, जो दिल्ली सरकार में कांट्रैक्ट बेसिस पर है।
मामला तब शुरु हुआ जब दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक खत लिखा। फरवरी 2016 में लिखे पत्र में जंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सिकायत की थी कि एक इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियर्स को दिल्ली के गृहमंत्रालय के साथ काम करते हुए पाया गया है, जबकि वह रेलवे से स्टडी लीव पर थे।
लेकिन दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने एलजी के इन आरोपों को निराधार बताया। जैन ने कहा कि अब पूरी तरह से दिल्ली सरकार के कामकाज में दखलअंदाजी का मामला है। आप नेता संजय सिंह ने जंग को पीएमओ का जासूस तक कह दिया। उन्होने कहा कि उतराखंड में असफल होने के बाद अब बीजेपी दिल्ली सरकार को अस्थिर करना चाहती है।