स्पोर्ट्स

दीपा कर्मकार वॉल्ट फाइनल में मामूली अंतर से पदक चूकीं, इतिहास बनते-बनते रह गया

नई दिल्ली: रियो ओलिंपिक एरेना में देश की निगाहें जिम्नास्टिक्स के वॉल्ट फाइनल मुकाबलों पर लगी रहीं, लेकिन भारत की दीपा कर्मकार फाइनल में मामूली अंतर से मेडल जीतने से चूक गईं. उनका औसत स्कोर 15.066 रहा. जिम्नास्टिक की हर विधा में महारत रखने वाली दो बार की ओलिंपिक पदक विजेता अमेरिका की सिमोन बाइल्स (औसत स्कोर- 15.966) ने स्वर्ण पदक जीता. दूसरे नंबर पर मारिया पसेका (औसत स्कोर- 15.253) रहीं उनको रजत पदक मिला और तीसरे नंबर पर स्विट्जरलैंड की ग्विलिया स्टैंग्रूबर (औसत स्कोर- 15.216) रहीं, उन्होंने कांस्य पदक हासिल किया.

dipa-karmaker-afp_650x400_81470653106दीपा कर्मकार ने फाइनल में कुछ पॉइंट से पदक चूकने के बाद कहा,  ‘मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, 2020 ओलिंपिक में मैं और बेहतर करूंगी.’

ये भारतीय रहे ओलिंपिक इतिहास में चौथे स्थान पर
रियो ओलिंपिक में दीपा के अलावा चौथे स्थान पर रहकर पदक से चूकने वालों में अभिनव बिंद्रा (शूटिंग), सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना (टेनिस- मिक्स्ड डबल्स) शामिल हैं. इससे पहले पीटी उषा (लॉस एंजिलिस, ओलिंपिक) और मिल्खा सिंह (रोम ओलिंपिक, 1960 में) चौथे स्थान पर रहकर पदक से वंचित रह गए थे.

वॉल्ट फाइनल मुकाबले का स्कोर इस प्रकार रहा-

  • भारत की दीपा कर्मकार छठी प्रतिभागी के रूप में उतरीं. दीपा का औसत स्कोर 15.066 रहा. दीपा ने पहले प्रयास में 14.866 अंक हासिल किए. उनके कठिनाई का स्तर 6.000 और एग्जिक्यूशन 8.866 रहा. दूसरे प्रयास में दीपा ने 15.266 अंक लिए और उनके कठिनाई का स्तर 7.000 और उनका एग्जिक्यूशन 8.266 रहा.
  • पहली प्रतिभागी कोरिया की जॉन्ग उन हॉन्ग थीं. उनका कठिनाई स्तर 6.400 और एग्जिक्यूशन 9 रहा, जिसमें उनका स्कोर 15.400 रहा. दूसरे प्रयास में वह विफल रहीं. इसमें उनका कठिनाई स्तर 6.300 और एग्जिक्यूशन 8.200 रहा. उनको -0.100 पेनल्टी के साथ 14 अंक मिले.
  • दूसरी प्रतिभागी कनाडा की शैलॉन ओलसेन रहीं. उन्होंने पहले प्रयास में 14.9 अंक हासिल किए, जिसमें कठिनाई स्तर 6.300 और एग्जिक्यूशन 8.666 रहा. दूसरे प्रयास में ओलसेन को 14.666 अंक मिले और उनका कठिनाई स्तर 5.900 और एग्जिक्यूशन 8.766 रहा.
  • तीसरी प्रतिभागी उज्बेकिस्तान की ओकसाना चोसोवित्ना ने पहले प्रयास में 14.933 अंक हासिल किए, उनका कठिनाई का स्तर 7.000 और एग्जिक्यूशन 7.933 रहा. दूसरे प्रयास में ओकसाना ने 14.666 अंक हासिल किए और उनके कठिनाई का स्तर 5.900 और एग्जिक्यूशन 8.766 रहा.
  • चौथी प्रतिभागी 16 साल की चीन की यान वांग ने 14.866 अंक अर्जित किए. उनका कठिनाई का स्तर 6.000 और एग्जिक्यूशन 8.866 रहा. दूसर प्रयास में उन्होंने 15.133 अंक हासिल कर लिए. उनके कठिनाई का स्तर 6.200 और एग्जिक्यूशन 8.933 रहा.
  • पांचवीं प्रतिभागी स्विट्जरलैंड की ग्विलिया स्टैंग्रूबर ने 15.533 अंक हासिल किए.  उनका कठिनाई का स्तर 6.200 और एग्जिक्यूशन 9.333 रहा. दूसरे प्रयास में उन्होंने 14.900 अंक मिले. उनका कठिनाई का स्तर 5.800 और एग्जिक्यूशन 9.100 रहा.
  • सातवीं प्रतिभागी रूस की मारिया पसेका रहीं. उनका औसत स्कोर 15.253 रहा.
  • आठवीं प्रतिभागी अमेरिकी की सिमोन बाइल्स रहीं. उनका औसत स्कोर 15.966 रहा.

52 वर्ष बाद जिम्नास्टिक्स में देश की ओर से ओलिंपिक में भाग ले रहीं दीपा कर्मकार ने अपने प्रदर्शन से अरबों देशवासियों को आंदोलित किया है. फाइनल में पहुंचने का इतिहास रचने से पहले उन्होंने ओलिंपिक टेस्ट इवेंट में क्वालिफाई करके जिम्नास्टिक स्पर्धा में पहली भारतीय महिला एथलीट के तौर पर प्रवेश कर एक नया इतिहास रचा था.

ऐसे पहुंचीं थीं फाइनल में
दीपा ने वॉल्ट में बेहद कठिन माने जाने वाले प्राडुदुनोवा को सफलतापूर्वक पूरा किया था. वह रियो-2016 में ऐसा करने वाली एकमात्र जिम्नास्ट रहीं. हालांकि अमेरिका की सिमोन बाइल्स ने प्रॉडुनोवा नहीं करने के बावजूद फाइनल में जगह बना ली, मतलब साफ है कि अन्य वॉल्ट कलाओं के जरिए भी अधिक अंक हासिल किए जा सकते हैं, जबकि ऐसा माना जाता है कि प्रॉडुनोवा भले कठिन और खतरनाक है, लेकिन कठिनाई स्तर अधिक होने के कारण इसमें अधिक अंक मिल जाते हैं.

वॉल्ट में आठवें स्थान पर रहीं
दीपा जिम्नास्टिक की सभी पांच क्वालिफिकेशन सबडिवीजन स्पर्धा के समापन के बाद वॉल्ट में आठवें स्थान पर रहीं, जो फाइनल में क्वालिफाई करने के लिए आखिरी स्थान था. कुल अंकों की रैंकिंग में अमेरिका की सिमोन बाइल्स (62.366) पहले तथा उनकी हमवतन रैसमान एलेक्जेंड्रा दूसरे और ब्राजील की रेबेका आंद्रादे (58.732) तीसरे स्थान पर रहीं थीं. इस रैंकिंग में दीपा (51.665) 51वें स्थान पर थीं.

दीपा ने पिछले रविवार को हुई तीसरी सबडिवीजन क्वालिफाइंग स्पर्धा के वॉल्ट में 14.850 अंक हासिल करके फाइनल में जगह बनाई थी. उन्होंने प्रॉडुनोवा में पहली बार में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 15.100 अंक हासिल किए थे, जबकि दूसरी बार में उन्होंने 14.6 अंक हासिल किए. अमेरिका की सिमोन बाइल्स ने वॉल्ट में 16.050 अंक हासिल कर शीर्ष स्थान के साथ फाइनल में प्रवेश किया था.

Related Articles

Back to top button