वोटिंग से ठीक पहले हिलेरी को क्लीन चिट
नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से पहले डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के लिए आखिरी समय में एक खुशखबरी आई है। एफबीआई ने गोपनीय जानकारी लीक करने के मामले में क्लिंटन को क्लीन चिट दे दी है। एफबीआई इन आरोपों की जांच कर रही थी कि क्या विदेश मंत्री रहते हुए हिलेरी ने अपने निजी ईमेल सर्वर से कुछ गोपनीय जानकारी लीक की थी।
अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफ़बीआई को हिलेरी क्लिंटन के ईमेल्स की नई खेप में किसी तरह की आपराधिक बात का कोई सबूत नहीं मिला है।
एफ़बीआई के निदेशक जेम्स कूमी ने कहा है कि जांच एजेंसी ने अपना काम पूरा कर लिया है और उसे ऐसा कुछ नहीं मिला है जिससे इस स्थिति में किसी बदलाव की गुंजाइश हो।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से महज 24 घंटे पहले हिलेरी क्लिंटन के लिए एक ऐसी खबर आई है जो उन्हें उनके विरोधी उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप पर निर्णायक बढ़त दिला सकती है।
हिलेरी क्लिंटन पर निजी सर्वर से सरकारी ईमेल भेजने का आरोप है और ये ईमेल हिलेरी ने अमेरिका की विदेश मंत्री रहते हुए किए थे। निजी सर्वर से सरकारी ईमेल भेजना सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक माना गया। हिलेरी पर गोपनीयता की शपथ का उल्लंघन करने का भी आरोप लगा है, लेकिन जुलाई में ईमेल मामले की जांच बंद कर दी गई थी। जुलाई में एफबीआई ने कहा था कि हिलेरी के खिलाफ कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है। इस दौरान, ट्रंप ने सरकार पर आरोप लगाया कि वो हिलेरी को बचा रही है।
पिछले महीने इस मामले में एफबीआई निदेशक ने सांसदों को पत्र लिख कर हिलेरी क्लिंटन के ईमेल्स की दोबारा जांच करने की बात कही थी। तब इसकी वजह से रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप और उनके खेमे को डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ प्रचार के लिए दोबारा मुद्दा मिल गया था। ट्रंप ने हिलेरी पर हमला करते हुए कहा कि हिलेरी अपने ईमेल नहीं संभाल सकतीं तो वो देश क्या संभालेंगी?