मुस्कान रहे सदा बरकरार तो अपनाएं ये टिप्स
छोटी-छोटी बातों का ख्याल करके आप रख सकती हैं अपने दांतों का सौंदर्य व मुस्कराहट बरकरार
हर किसी का दिल जीत लेती है खूबसूरत मुस्कराहट। इससे न सिर्फ आपके व्यक्तित्व का आकर्षण झलकता है, बल्कि दांतों की सेहत भी जाहिर होती है। छोटी-छोटी बातों का ख्याल करके आप रख सकती हैं अपने दांतों का सौंदर्य व मुस्कराहट बरकरार
खान-पान पर देना होगा ध्यान
क्या आप चॉकलेट, मसालेदार खानपान, ब्लैक टी इत्यादि के शौकीन हैं? इसके अलावा तंबाकू, पान या धूम्रपान जैसी आदतों की भी गिरफ्त में हैं? अगर ऐसा है तो जाहिर है कि उसके दाग दांतों पर रह जाने की समस्या से भी दो-चार होना पड़ता होगा। बेहतर होगा कि खानपान संबंधी बुरी आदतों से दूरी बनाएं। इसके अलावा जिन भोज्य पदार्थों को खाने के बाद उनके दाग दांतों पर रह जाने की समस्या पेश आती हो, उन्हें खाने के तुरंत बाद ब्रश करें। इसके अलावा एसिडिक ड्रिंक्स जैसे सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन भी कम से कम करें। दरअसल फूड एसिड्स दांतों की ऊपरी परत (इनेमल) के मिनरल्स को नुकसान पहुंचाते हैं, जिसकी वजह से दांतों में कैविटी उत्पन्न होती है।
रोजाना दो बार ब्रशरोजाना
सुबह व रात में भोजन के उपरांत ब्रश करने की आदत डालें। बैक्टीरिया युक्त प्लाक हटाने के लिए कम से कम दो मिनट तक ब्रश करना जरूरी है। आपको समय का अंदाजा रहे इसके लिए टाइमर सेट कर सकती हैं या दो मिनट का अपना फेरवेट गाना प्ले कर सकती हैं। जैसे ही गाना बंद हो आप ब्रशिंग बंद कर सकती हैं। प्रत्येक तीन माह में टूथब्रश अवश्य बदल डालें। लंबे समय तक एक ही टूथब्रश इस्तेमाल करने से उसके ब्रिसल्स कड़े हो जाते हैं, जो आपके मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
चाय भी है फायदेमंद
ब्लैक टी में मौजूद तत्व वे बैक्टीरिया नष्ट करते हैं, जो मसूड़ों में रोग उत्पन्न करते हैं। चाय में चीनी न मिलाएं तो बेहतर होगा। दरअसल चीनी के सेवन में अंकुश लगाने से प्लाक उत्पन्न करने वाले वे बैक्टीरिया नष्ट होते है, जिनकी वजह से मसूड़ों में खून आने व दांतों में कैविटी इत्यादि की समस्या पैदा होती है। रिफाइंड चीनी में मौजूद एसिड से दांतों की परत (इनेमल) को नुकसान पहुंचता है।
दांतों का करें ख्याल
दांतों का उपयोग भोजन को चबाने के लिए है। दांतों से स्टंट करने जैसे बॉटल खोलने या अखरोट, बादाम जैसे खाद्य पदार्र्थों का सख्त छिलका तोड़ने की कोशिश न करें। ऐसा करने से दातों के इनेमल को नुकसान पहुंचता है।
अल्कोहल फ्री माउथवॉश
आजकल माउथवॉश का प्रयोग चलन बन चुका है। अगर आप भी इसका इस्तेमाल करती हैं तो ऐसा माउथवॉश चुनें जो हो अल्कोहल फ्री। बाजार में मौजूद ज्यादातर माउथवॉश में अच्छी-खासी मात्रा में अल्कोहल मौजूद रहता है, जो मुंह के टिश्यूज को सुखा देता है, जिसकी वजह से बैक्टीरिया पनपने की आशंका बढ़ जाती है।
रेगुलर चेकअप
अगर आपको दांतों में कैविटी,दर्द, सेंसेशन या मसूड़ों में खून आने जैसी कोई भी समस्या महसूस हो तो तत्काल दंत चिकित्सक से संपर्क करें। सही समय पर डॉक्टर से संपर्क करने से आप समस्या को बढ़ने से रोक सकती हैं। डॉक्टर सलाह देते हैं कि प्रत्येक छह माह में दांतों का रूटीन चेकअप कराना चाहिए।
दांतों में आएगी चमक
- संतरे के छिलके के सफेद भाग को दांतों पर घिसने से उनका पीलापन दूर होता है। चूंकि संतरे में कैल्शियम पाया जाता है, इसलिए इसके सेवन से दांत मजबूत भी बनते हैं।
- अजवाइन या पुदीना पत्ती इत्यादि भी हैं दांतों के लिए लाभकारी। इन्हें चबाने से दांतों में सफेदी व चमक आती है और दुर्गन्ध दूर होती है।
- दूध, दही व चीज का सेवन दांतों में दुर्गन्ध पैदा करने वाले हाइड्रोजन सल्फाइड को कम करता है और मुंह के बैक्टीरिया को नष्ट करता है। इसके साथ ही इन खाद्य पदार्थों से प्राप्त होने वाला कैल्शियम दांतों को मजबूत बनाता है।